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दमोह से गायब हुआ युवक कैसे पहुंचा पाकिस्तान, गृह मंत्रालय ने एसपी से मंगाई जानकारी

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Published : Nov 20, 2019, 4:00 PM IST

पाकिस्तान में इस युवक के होने के बाद भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस मुख्यालय भोपाल से जानकारी मांग गई. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने एसपी से युवक से संबधित जानकारी इकट्ठी कर गृह मंत्रालय को भेजी है.

दमोह से गायब हुआ युवक कैसे पहुंचा पाकिस्तान

दमोह। जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर यह गांव है शीशपुर पट्टी. नोहटा थाना क्षेत्र के इसी गांव से साल का बारेलाल 2017 में घर से गायब हो गया था. ढाई साल बीत जाने के बाद वह युवक पाकिस्तान में मिला है. पाकिस्तान में इस युवक के होने के बाद भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस मुख्यालय भोपाल से जानकारी मांग गई. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने एसपी से युवक से संबधित जानकारी इकट्ठी कर गृह मंत्रालय को भेजी है.

गांव पहुंची पुलिस ने परिजनों से बारेलाल आदिवासी की फोटो आदि दिखाकर इस बात की पुष्टि की है, कि फोटो में दिख रहा युवक उनका ही बेटा बारेलाल है. जिसके बाद अब उनके परिजन बारेलाल के भारत वापस आने की गुहार भारत सरकार से लगा रहे हैं. ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर बारेलाल आदिवासी के परिजनों से सीधी बातचीत की.

दमोह से गायब हुआ युवक कैसे पहुंचा पाकिस्तान

वहीं इस पूरे मामले में एसपी का कहना है कि उन्हें मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है कि, बारेलाल नाम का युवक पाकिस्तान में है. जिसकी जानकारी पीएचक्यू द्वारा उनसे मांगी गई थी. उन्होंने बताया कि यही युवक नोहटा थाना क्षेत्र का एक गुमशुदा व्यक्ति है. जिसकी पूरी जानकारी एकत्रित करके उन्होंने पीएचक्यू भोपाल भेजी है.

मानसिक रुप से दिव्यांग है बारेलाल
दमोह से गायब हुए युवक बारेलाल आदिवासी मानसिक रूप से दिव्यांग है. परिजनों के मुताबिक कई सालों से उसका इलाज जबलपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा था. उसे कई बार इलाज कराने के लिए रस्सियों से बांधकर ले जाना पड़ता था. यदि वह दवाओं का सेवन नहीं करता था तो, उसकी मानसिक हालत खराब हो जाती थी. ऐसे हालात में यह सवाल लाजमी है कि मानसिक रूप से दिव्यांग एक व्यक्ति घर से गायब होने के बाद कैसे पाकिस्तान पहुंच गया.

दमोह। जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर यह गांव है शीशपुर पट्टी. नोहटा थाना क्षेत्र के इसी गांव से साल का बारेलाल 2017 में घर से गायब हो गया था. ढाई साल बीत जाने के बाद वह युवक पाकिस्तान में मिला है. पाकिस्तान में इस युवक के होने के बाद भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस मुख्यालय भोपाल से जानकारी मांग गई. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने एसपी से युवक से संबधित जानकारी इकट्ठी कर गृह मंत्रालय को भेजी है.

गांव पहुंची पुलिस ने परिजनों से बारेलाल आदिवासी की फोटो आदि दिखाकर इस बात की पुष्टि की है, कि फोटो में दिख रहा युवक उनका ही बेटा बारेलाल है. जिसके बाद अब उनके परिजन बारेलाल के भारत वापस आने की गुहार भारत सरकार से लगा रहे हैं. ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर बारेलाल आदिवासी के परिजनों से सीधी बातचीत की.

दमोह से गायब हुआ युवक कैसे पहुंचा पाकिस्तान

वहीं इस पूरे मामले में एसपी का कहना है कि उन्हें मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है कि, बारेलाल नाम का युवक पाकिस्तान में है. जिसकी जानकारी पीएचक्यू द्वारा उनसे मांगी गई थी. उन्होंने बताया कि यही युवक नोहटा थाना क्षेत्र का एक गुमशुदा व्यक्ति है. जिसकी पूरी जानकारी एकत्रित करके उन्होंने पीएचक्यू भोपाल भेजी है.

मानसिक रुप से दिव्यांग है बारेलाल
दमोह से गायब हुए युवक बारेलाल आदिवासी मानसिक रूप से दिव्यांग है. परिजनों के मुताबिक कई सालों से उसका इलाज जबलपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा था. उसे कई बार इलाज कराने के लिए रस्सियों से बांधकर ले जाना पड़ता था. यदि वह दवाओं का सेवन नहीं करता था तो, उसकी मानसिक हालत खराब हो जाती थी. ऐसे हालात में यह सवाल लाजमी है कि मानसिक रूप से दिव्यांग एक व्यक्ति घर से गायब होने के बाद कैसे पाकिस्तान पहुंच गया.

Intro:दमोह से गुमशुदा हुआ युवक पाकिस्तान में हुआ गिरफ्तार खबर लगने के बाद परिजनों को भारत सरकार से आस

दमोह जिले के नोहटा थाना अंतर्गत शीश पुर पट्टी में रहता था बारेलाल आदिवासी कैसे पहुंचा पाकिस्तान बड़ा सवाल

साल 2017 में गायब हुआ था युवक बारेलाल अब मिली सूचना तो मचा हड़कंप

Anchor. दमोह जिले से गायब हुआ एक युवक कैसे पहुंचा पाकिस्तान, यह सवाल जिले के लोगों के जहन में आने के साथ ही प्रशासनिक अमले एवं भारत सरकार के मन में भी उठ रहा है. क्योंकि एक मानसिक रूप से दिव्यांग युवक कैसे सीमा के पार पहुंच गया और जब पाकिस्तान से उस युवक के उनकी कस्टडी में होने की जानकारी लगी, तो हिंदुस्तान में भी उसकी खोज खबर करने की मुहिम शुरू हुई. जिसके बाद युवक की पहचान बारेलाल आदिवासी के रूप में की गई है.


Body:Vo. दमोह जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर यह गांव है शीशपुर पट्टी. नोहटा थाना अंतर्गत आने वाले गांव का रहने वाला 28 साल का युवक साल 2017 में घर से गायब हो गया था. वहीं पूरे ढाई साल के बाद यह युवक पाकिस्तान में मिला है. पाकिस्तान में इस युवक के होने के बाद भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस मुख्यालय भोपाल से जानकारी चाही गई. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने एसपी से युवक के विषय में जानकारी प्राप्त कर गृह मंत्रालय को भेजी है. गांव पहुंची पुलिस ने परिजनों से बारेलाल आदिवासी की फोटो आदि दिखाकर इस बात की पुष्टि की है कि फोटो में दिख रहा युवक उनका ही बेटा बारेलाल है. जिसके बाद अब उनके परिजन बारेलाल के भारत वापस आने की गुहार भारत सरकार से लगा रहे हैं. ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर बारेलाल आदिवासी के परिजनों से सीधी बातचीत की.

121 - ईटीवी संवाददाता एवं बारेलाल आदिवासी के परिजन

Vo. दमोह पुलिस अधीक्षक का इस मामले पर कहना है कि उनको मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी लगी कि यह युवक पाकिस्तान में है. जिसकी जानकारी पी एच क्यू के द्वारा उनसे चाही गई थी. यही युवक नोहटा थाना अंतर्गत एक गुमशुदा व्यक्ति है. जिसकी पूरी जानकारी एकत्रित करके उन्होंने पीएच क्यू भोपाल भेजी है.

बाइट - विवेक सिंह एसपी दमोह


Conclusion:Vo. दमोह से गायब हुआ युवक बारेलाल आदिवासी मानसिक रूप से दिव्यांग है. परिजनों के अनुसार बीते कई वर्षों से उसका इलाज जबलपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा था. उसे कई बार इलाज कराने के लिए रस्सियों से बांधकर ले जाना पड़ता था. यदि वह दवाओं का सेवन नहीं करता था तो उसकी मानसिक हालत खराब हो जाती थी. ऐसे हालात में यह सवाल लाजमी है कि मानसिक रूप से दिव्यांग एक व्यक्ति घर से गायब होने के बाद कैसे पाकिस्तान पहुंच गया. पाकिस्तान युवक के पहुंचने पर कई सवाल भी खड़े होते हैं. हालांकि इस युवक के विषय में चाही गई जानकारी दमोह पुलिस ने पुलिस मुख्यालय भोपाल के माध्यम से गृह मंत्रालय को उपलब्ध कराई है. देखना होगा इस मामले के पीछे क्या कुछ घटनाक्रम सामने आता है.

आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत दमोह
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