दमोह। जिले के एसपीएम नगर में रहने वाले 46 वर्षीय राघवेंद्र पटेल ने आज जिला अस्पताल के टीकाकरण कक्ष में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, राघवेंद्र एमपीडब्ल्यू (मल्टी परपस हेल्थ वर्कर) कर्मचारी थे, उन्होंने आत्महत्या करने से पहले अपनी पत्नी से फोन पर बात की, और अचानक फोन रख दिया, जब उनकी पत्नी को शक हुआ तो वह तुरंत जिला अस्पताल के टीकाकरण कक्ष में पहुंची, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद मिला, उन्होंने शोर मचाया, तब जाकर लोगों ने दरवाजा तोड़ा, जहां राघवेंद्र फांसी के फंदे पर लटके मिले.
अस्पताल के कर्मचारियों से हुआ था विवाद
बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल के टीकाकरण केंद्र में पदस्थ कर्मचारी राघवेंद्र पटेल पर पारिवारिक और काम का बोझ था, जिसके चलते वो तनाव में थे, राघवेंद्र का परिवार के साथ और अस्पताल के कर्मचारियों के बीच विवाद भी हुआ था.
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
राघवेंद्र पटेल के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने पत्नी के साथ परिजनों से माफी मांगी है, इसके साथ ही लिखा है, कि उसने अपशब्द कहा है, फिलहाल पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर पूरे मामले की जांच कर रही है.
पूरे मामले में अस्पताल के अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए, वहीं पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजाम भी कर रही है,जिसके आधार पर जांच करने में आसानी होगी.
मामले की जांच कर रहे एसआई बी एस हजारी ने बताया कि
मृतक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, कारणों की जांच की जा रही है, साथ ही मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया जा रहा है, सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, फिलहाल तलाशी ली जा रही है.