दमोह। कमलनाथ सरकार को समर्थन देने वाली बीएसपी विधायक रामबाई सिंह के पति और हत्या के आरोपी गोविंद सिंह का विधानसभा में देखे जाने वाला वीडियो सामने आने के बाद पीड़ित परिवार का कानून से विश्वास उठ गया है. मृतक नेता के परिवार को जान से मारे जाने का डर सता रहा है. पुलिस का कहना है कि गोविंद सिंह पर से फिलहाल चार्ज हटा लिए गये हैं, जांच के बाद ही साफ होगा कि गोविंद सिंह हत्या के आरोपी हैं या नहीं. उनके नाम पर घोषित इनाम भी हटा दिया गया है.
विधानसभा भवन में गोविंद सिंह की मौजूदगी वाला वीडियो सामने आने के बाद दमोह एसपी विवेक सिंह ने एक नई जानकारी मुहैया कराई है. पुलिस ने वीडियो के बाद बताया है कि फिलहाल गोविंद सिंह के ऊपर से इनाम की घोषणा पर रोक लगाई गई और उन्हें गिरफ्तारी से मुक्त रखा गया है. पुलिस की माने तो हत्या के आरोपी गोविन्द सिंह ने पुलिस को आवेदन दिए थे, जिनमें कहा गया था की इस हत्याकांड में उनका कोई हाथ नहीं है, जिस पर पुलिस ने जांच पड़ताल की और इसी वजह से उन्हें मुक्त रखा गया है.
वीडियो सामने आने के बाद पीड़ित पक्ष कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया के परिवार वालों में खासी नाराजगी है और जान से मारे जाने का डर भी उन्हें परेशान कर रहा है. परिवार का कहना है कि उनके बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. मृतक की पत्नी ने कहा कि सरकार में होने के बाद भी एक नेता की हत्या और उसके बाद पुलिस के लचीले रवैये को देख कानून विश्वास उठ गया है, परिवार लगातार सीएम कमलनाथ से मुलाकात करने की कोशिश कर रहा लेकिन अभी तक कमलनाथ से मुलाकात नहीं हो पाई है.