दमोह। भारत चीन बॉर्डर पर हुई खूनी झड़प में कई भारतीय जवान शहीद हो गए हैं, जिसके विरोध में शहर के दुकानदारों ने चीनी सामान का बॉयकाट करने का फैसला तो लिया ही है, साथ ही इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अनोखे तरीके से चीन और उसके साथी पाकिस्तान पर निशाना साधा है. शहर के एक दुकानदार ने टिड्डियों को डिब्बे कैद कर अपना सांकेतिक विरोध जताया है. दुकानदार का कहना है कि ये 1962 का भारत नहीं है. अब हम सक्षम हैं, मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
दुकानदार राहुल ने डिब्बे में कैद टिड्डे को चीनी और पाकिस्तानी सैनिक बताया है. उनके विरोध के अंदाज को लोगों ने खूब सराहा है. राहुल का कहना है कि, पाकिस्तान से आए टिड्डी दल ने जहां भारत के किसानों को हलाकान कर रखा है, इसी बीच भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद चीन ने कायराना हरकत भारतीय जवानों पर हमला करके किया है.
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20 जवान हुए शहीद
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर हुई इस झड़प में अब तक की जानकारी के मुताबिक 20 भारतीय जवान शहीद हुए हैं. जिनमें एक कर्नल रैंक के ऑफिसर शामिल हैं. जिनका नाम कर्नल संतोष बाबू है. वे तेलंगान राज्य के निवासी थे और 16-बिहार रेजिमेंट में पदस्थ थे. देश की सीमाओं की रक्षा के लिए प्रदेश के रीवा जिले के दीपक सिंह ने भी अपनी प्राणों की आहूती दी है. बता दें, भारत और चीन की विवादित सीमा पर 45 साल बाद पहली बार किसी की जान गई है. चीनी सेना की इस हरकत पर पूरे देश में गुस्सा है.