दमोह। पथरिया से विधायक रामबाई अपने बयानों और दबंग अंदाज के लिए जानी जाती हैं. बीते दिन रामबाई द्वारा कलेक्टर कार्यालय में सार्वजनिक रूप से कलेक्टर को अपशब्द कहने के बाद कोतवाली पुलिस ने उन पर मामला दर्ज किया है. वहीं मामले में रामबाई का कहना है कि जनता के कामों के लिए वह फांसी भी चढ़ने को तैयार हैं. उन्हें धाराओं से कोई फर्क नहीं पड़ता. fir against patharia mla, mla abused damoh collector, rambai told ready to hanged
आपा खो बैठी थीं विधायक: शुक्रवार को कलेक्टर से मिलने पहुंची पथरिया विधायक रामबाई आपा खो बैठी थीं. उन्होंने कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य को सार्वजनिक रूप से अपशब्द कह डाले थे. इसके बाद अधिकारी और कर्मचारियों ने एक आपात बैठक बुलाकर रामबाई के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग करते हुए एसपी को ज्ञापन दिया था. इस मामले के बाद देर रात पथरिया विधायक पर कई धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया गया है. हालांकि यह प्रकरण कलेक्टर के आवेदन पर दर्ज किया गया है.
मैं फांसी पर चढ़ने तैयार: अब इस मामले के बाद रामबाई का कहना है कि अपशब्दों के लिए उन्हें खेद तो है लेकिन वह जनता के कामों के लिए फांसी चढ़ने को भी तैयार हैं. रामबाई ने कहा कि सभी के पास वीडियो उपलब्ध हैं. उस समय मीडिया के लोग भी मौजूद थे. बताए कि मैंने कौन से शासकीय कार्य में बाधा डाली है. मैं महिलाओं को लेकर उनसे मिलने गई थी, लेकिन मुझे कुर्सी पर बैठने के लिए भी नहीं कहा गया. आधे घंटे तक गलियारे में टहलती रही. बाद में उस कुर्सी पर बैठी जिस पर प्यून बैठते हैं. इसके बाद भी कलेक्टर हर बार यही कहते रहे कि मैं दिखाता हूं, नियमों में होगा तो देखते हैं.
हितग्राहियों को कलेक्ट्रेट लेकर पहुंची रामबाई के बिगड़े बोल, कलेक्टर को कहे अपशब्द
मुझे धाराओं की चिंता नहीं: रामबाई ने कहा कि वह अपनी एक ही बात की रट लगाए रहे, जिससे मुझे गुस्सा आ गया. हालांकि अपशब्दों के लिए मुझे खेद है. इससे पहले मैंने कर्मचारियों की लड़ाई लड़ी है. मैं उसी विधानसभा तक ले गई और उन्हें न्याय भी दिलाया है. यह मेरी क्षेत्र की महिलाएं हैं. मैं एक लाख जनता का प्रतिनिधित्व करती हूं, उनके कामों के लिए मैं नहीं लडूंगी तो कौन लड़ेगा. विधायक ने कहा कि मुझे गैर जमानती धाराओं की कोई चिंता नहीं रहती. इससे पहले भी मुझ पर गलत तरीके से प्रकरण दर्ज होते रहे हैं. इसी कारण मेरे पति, देवर और परिजन आज जेल में बंद हैं. मैं जनता की लड़ाई लड़ती रहूंगी और इसके लिए मुझे फांसी पर भी चढ़ना पड़े तो मैं चढ़ जाऊंगी. रामबाई ने यह भी कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री जनता के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं. जन कल्याणकारी योजना चला रहे हैं और दूसरी तरफ अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं.