दमोह। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश के बाद ब्लॉक स्तर पर भी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन किया गया है. इस ग्रुप में ब्लॉक के सभी अधिकारियों सहित समाज सेवियों को शामिल करने बात कही गई है. इसी के तहत पथरिया ब्लॉक में बनाए गए ब्लॉक स्तरीय मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों की संख्या को देखते हुए लोगों में नाराजगी देखने को मिली, क्योंकि इस ग्रुप में समाज सेवियों की जगह बीजेपी के नेताओं का ज्यादा तवज्जो दी गई है.
बैठक में नहीं कोई समाजसेवी
दरअसल, सोमवार को इस ग्रुप की पहली बैठक पथरिया स्थित जनपद कार्यालय के परिसर में आयोजित की गई. बैठक में किसी भी समाज सेवी संगठन को नहीं बुलाया गया. इस मीटिंग में ब्लॉक स्तर के अधिकारी और बीजेपी के कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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मीटिंग में आये सदस्य ने ही कहा उद्देश्य से अलग है कार्य
मीटिंग में शामिल हुए कांग्रेस नेता गौरव पटेल ने ग्रुप की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि “मुझे नहीं लगता की इस मीटिंग का कोई मतलब निकलेगा, इस मीटिंग को औपचारिकता के रूप में आयोजित कर निपटा दिया गया है. इस ग्रुप में शामिल किसी भी सदस्य को न तो कोई जिम्मेदारी दी गई और न ही कोई ठोस फैसले लिए गए, कुल मिलाकर जिस स्तर पर मीटिंग में चर्चाएं होनी चाहिए थी. उस स्तर से नहीं हुई हैं. जिस आशा और उद्देश्य को लेकर हम लोग इस ग्रुप से जुड़े थे वो देखने को नहीं मिला."