दमोह। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान 17 तारीख को दमोह आ रहे हैं. सीएम के आगमन को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर चल रही है. वहीं कल बसंत पंचमी को राहुल सिंह की कावड़ यात्रा भी पूरी हो रही है. माना जा रहा है सीएम अपने आगमन पर दमोह में कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं.
- दमोह दौरे पर सीएम शिवराज
सीएम शिवराज सिंह चौहान के दमोह आगमन को लेकर प्रशासनिक हलकों में गतिविधियां तेज हो गई है. कलेक्टर तरुण राठी अवकाश पर हैं. ऐसे में हाल ही में जिला पंचायत सीईओ के रूप में पदस्थ हुए अजय श्रीवास्तव पूरी कमान संभाले हुए हैं. बीते तीन-चार दिनों से वह प्रतिदिन अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं. तहसील ग्राउंड और हेलीपैड का निरीक्षण कर वह संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं.
- राजनीति की नब्ज़ टटोलेंगे शिवराज
पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के पिता की मृत्यु के पश्चात शोक संवेदना प्रकट करने आए शिवराज सिंह चौहान का निकटतम यह दूसरा दौरा है. उनका पूरा प्रोटोकोल अभी तक सामने नहीं आया है. माना जा रहा है कि वह दमोह में लंबा समय देंगे. उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का भी आगमन हो रहा है. ऐसे में यह शत प्रतिशत तय हो गया है कि वह अपने दौरे के बहाने दमोह में राजनीतिक गतिविधियों की नब्ज भी टटोलेंगे. ऐसे समय में जब दमोह में राजनीति के दो से तीन ध्रुव बन गए हैं. ऐसे समय में मुख्यमंत्री कितना डैमेज कंट्रोल कर पाते हैं. यह तो भविष्य ही बताएगा? लेकिन इतना तो तय है कि वह दमोह की जनता का मूड भी अपने कार्यक्रम के दौरान परखने की कोशिश करेंगे. राहुल सिंह पूर्व में ही घोषणा कर चुके हैं कि उनका टिकट लगभग पक्का है और वही दमोह से भाजपा के प्रत्याशी भी होंगे. ऐसे में अपनी तिकड़म जमाने में लगे पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया का अगला कदम क्या होगा ? इस पर भी सभी की नजरें होंगी. क्योंकि जयंत मलैया पहले ही कह चुके हैं कि वह राहुल सिंह का काम नहीं करेंगे.
- सीएम कर सकते हैं बड़ी घोषणा
मुख्यमंत्री 17 तारीख को अपने दमोह आगमन पर दमोह के लिए बड़ी सौगात देंगे. वह सौगात क्या होगी ? यह देखने वाली बात होगी, लेकिन राहुल सिंह इशारा कर चुके हैं कि मेडिकल कॉलेज की घोषणा दमोह में होगी. यदि ऐसा होता है तो दमोह की राजनीति के लिए यह एक टर्निंग प्वाइंट साबित होगा. क्योंकि यही वह मुद्दा है जिसकी वजह से जयंत मलैया आज अपने चंद समर्थकों के बीच सिमट कर रह गए हैं, और विधानसभा पहुंचने की बजाय दमोह में ही रुक गए हैं. ऐसा भी माना जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान और वीडी शर्मा शहर के कुछ चुनिंदा राजनीतिक एवं प्रमुख लोगों से बैठक कर चर्चा करेंगे.
- ये भी है कार्यक्रम
इसके अलावा सीएम, संभाग के पांचों जिलों के किसान ऋण के हितग्राहियों से बातचीत भी करेंगे. वन स्टॉप सेंटर का लोकार्पण एवं भूमि पूजन कार्यक्रम भी उनके अभी तक के प्रोटोकॉल में शामिल है. उनके दौरे को लेकर सभी बातें और प्रोटोकाल अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है. कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से कतरा रहा है.
- तहसील ग्राउंड में होगी सभा
स्थानीय तहसील ग्राउंड में जोर शोर से तैयारियां चल रही है. कार्यक्रम कितने बड़े रूप में होगा इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भोपाल से टेंट मंगवाया गया है और बड़ी संख्या में मजदूर दिन-रात टेंट लगाने में जुटे हुए हैं. इसके अतिरिक्त रंग रोगन आदि का काम भी जोरों से चल रहा है.
- क्या वाकई बनेगा मेडिकल कॉलेज ?
शिवराज सिंह चौहान के पूरे कार्यक्रम को लेकर सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या वास्तव में दमोह में मेडिकल कॉलेज बनेगा ? जिसको लेकर इतनी उठापटक चल रही है. बता दें कि 2018 में आचार संहिता लगने के ठीक 1 दिन पहले छतरपुर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झांसी रोड पर मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि पूजन किया था. लेकिन अभी तक वहां पर निर्माण के नाम पर एक ईंट भी नहीं रखी गई है.
छतरपुर प्रशासन ने करीब 30 एकड़ जमीन 6 माह पूर्व अतिक्रमण मुक्त कराकर स्वास्थ्य विभाग को हैंड ओवर की है. मेडिकल कॉलेज न बनने से छतरपुर के लोग अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं. क्या दमोह में वास्तव में मेडिकल कॉलेज बनेगा या फिर केवल भूमि पूजन का लॉलीपॉप पकड़ा दिया जाएगा ? यही एक वजह है जिसमें जयंत मलैया खुद भाजपा कार्यकर्ताओं के निशाने पर आ गए थे.