छिंदवाड़ा| बदलते मौसम के चलते शहर के कृषि अनुसंधान केंद्र में एक दिवसीय जलवायु परिवर्तन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में दिल्ली से आए वैज्ञानिकों ने बताया कि जलवायु परिवर्तन से क्या-क्या नुकसान होते हैं और इसे कैसे संतुलित किया जा सकता है.
यश नरेश कुमार ने बताया जलवायु परिवर्तन का पूरी दुनिया पर प्रभाव हो रहा है. इसका हमारे जन जीवन, पशु, पानी, मृदा आदि में बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इस समय किस प्रकार से जलवायु परिवर्तन का प्रभाव कम किया जाए और किस प्रकार फसलों की उत्पादन क्षमता बढ़ाई जाए, इस बारे में गहन चिंतन किया जा रहा है.
जलवायु परिवर्तन भारत में ही नहीं पूरे विश्व की बहुत बड़ी समस्या है. इससे निपटने के लिए किस प्रकार अपने आप को अनुकूलित किया जा सकता है, फसलों को किस प्रकार बचाया जा सकता है, मिट्टी की उर्वरक क्षमता कैसे बढ़ाई जा सकती है, लगातार पृथ्वी पर हो रही पानी की कमी, तापमान में वृद्धि, इन सब बातों को लेकर वैज्ञानिकों ने कार्यशाला का आयोजन किया था.