छिंदवाड़ा। जिले में मजदूरों का पलायन लगातार जारी है, जहां पैदल निकले मजदूर अपने घर के लिए निकले थे और उन्हें अमरावती में 1 महीने के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने बसों के माध्यम से 81 मजदूरों को छिंदवाड़ा तक पहुंचाया.
वही सीधी, कटनी ,रायसेन ,भोपाल, दमोह, जिले के मजदूरों ने आरोप लगाते हुए कहा की उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार से मदद मांगी और छिंदवाड़ा कलेक्ट्रेट की तरफ से 19 लोगों के लिए कटनी जिले में जाने की मांग की थी, लेकिन उनकी तरफ से मदद करने की कोई बात नहीं कही गई और फोन करने से भी मना कर दिया गया.
हालांकि पोला ग्राउंड में इन मजदूरों को जहां रुकाया गया था वहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण चल रहा था और पहले भी कई मजदूरों को छिंदवाड़ा से बसों के माध्यम से अलग-अलग जिले में ही मजदूरों को भेजा भी जा चुका है.
वही बाहर से आए मजदूरों ने बताया की लॉकडाउन के कारण वहां कोई हैदराबाद तो कोई जालौन में मजदूरी का काम करते थे और लॉकडाउन होने के कारण उन्हें कोई भी साधन वापस आने को नहीं मिला तो वे वहां से पैदल चलकर अमरावती तक पहुंचे. जहां उन्हें अमरावती में 1 महीने के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया गया. फिर महाराष्ट्र सरकार ने उन मजदूरों को दो बसों के माध्यम से छिंदवाड़ा तक पहुंचाया. जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण हुआ. वही मजदूरों ने प्रशासन से गुहार लगाई है की उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने में मदद करें.