छिंदवाड़ा। कोरोना संक्रमण के चलते गरीब मजदूरों के साथ व्यापार करने वाले लोगों को भी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. इसी कड़ी में छिंदवाड़ा जिले की महिला समूह द्वारा प्राइवेट कंपनियों से लिए लोन पर ब्याज माफी की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची. जहां उन्होंने लॉकडाउन के दौरान लगे ब्याज की राशि माफ कराने की मांग को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उन्होंने ब्याज की राशि कम करने और लोन चुकाने के लिए समय की मांग की है.
![Collectorate of Chhindwara district's women arrived to demand interest waiver](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7833107_1014_7833107_1593517023489.png)
दरअसल छिंदवाड़ा जिले की महिलाओं ने बताया कि प्राइवेट बैंक और कंपनियों से लोन लेकर छोटे-छोटे उद्योग चलाती हैं. लेकिन लॉकडाउन के चलते व्यापार पूरी तरह से बंद था. जिसके चलते वह किस्त की राशि जमा नहीं कर पाई हैं और अब देनदार द्वारा ब्याज लगाकर राशि वापस मांगी जा रही है. लेकिन वह मौजूदा वक्त में पैसे देने में सक्षम नहीं है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने किस्त नहीं जमा किया है और ना ही वह किसी प्रकार का व्यापार कर पाई हैं. जिससे उनके पास किस्त की राशि जमा करने के लिए रुपए नहीं हैं.
जिसे लेकर आज महिलाओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उन्होंने कोरोना संक्रमण काल के दौरान की ब्याज की राशि माफ करवाने और लोन वापस करने के लिए 2 से 3 माह तक के वक्त की मांग की है.