ETV Bharat / state

CM के गृह जिले में ODF गांव की खुली पोल, 80 फीसदी ग्रामीण खुले में जाते हैं शौच

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का गृह जिला वैसे तो ओडीएफ घोषित है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. जिले के लोना पठार गांव में के 70 से 80 फीसदी तक लोग आज भी खुले में शौच जाते हैं.

author img

By

Published : Nov 14, 2019, 10:22 AM IST

शौच के लिए बाहर जाने को मजबूर ग्रामीण

छिंदवाड़ा। मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा के लोना पठार गांव में शौचालय बनकर तैयार तो हो गए हैं, लेकिन शौचालयों का ग्रामीण उपयोग करने से परहेज कर रहे हैं क्योंकि शौचालय में न तो पानी की पाइन ठीक तरह से काम कर रही है और न ही उसके दरवाजे ठीक से बंद होते हैं.

प्रदेश सरकार एक ओर मध्यप्रदेश को ओडीएफ घोषित करने की तैयार कर रही है, लेकिन छिंदवाड़ा जिले में सरकार की मदद से बने शौचालय कुछ और ही तस्वीर बयां कर रही है. यहां बने शौचालय विकास मॉडल की हकीकत बताने के लिए काफी हैं कि शौचालय में किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है. लोना पठार गांव में रहने वाले ग्रामीण ने बताया कि एक से डेढ़ साल होने जा रहा है, लेकिन शौचालय ठीक तरीके से बने नहीं है. ग्रामीणों ने कहा कि मुझे कुछ भी बोलने की जरुरत नहीं है. शौचालय देखकर कोई भी ये अंदाजा लगा सकता है कि शौचालय सिर्फ दिखावे के लिए ही बने हैं.

ग्रामीणों के मुताबिक गांव में 100 से 150 परिवार रहते हैं, लेकिन 20 से 30 ही शौचालय उपयोग किए जा रहे हैं. बाकी के लोग शौच के लिए बाहर जाते हैं. प्रशासन की तरफ से आज तक कोई भी अधिकारी या निरीक्षक गांव में बने शौचालय को देखने तक नहीं आया है.

छिंदवाड़ा। मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा के लोना पठार गांव में शौचालय बनकर तैयार तो हो गए हैं, लेकिन शौचालयों का ग्रामीण उपयोग करने से परहेज कर रहे हैं क्योंकि शौचालय में न तो पानी की पाइन ठीक तरह से काम कर रही है और न ही उसके दरवाजे ठीक से बंद होते हैं.

प्रदेश सरकार एक ओर मध्यप्रदेश को ओडीएफ घोषित करने की तैयार कर रही है, लेकिन छिंदवाड़ा जिले में सरकार की मदद से बने शौचालय कुछ और ही तस्वीर बयां कर रही है. यहां बने शौचालय विकास मॉडल की हकीकत बताने के लिए काफी हैं कि शौचालय में किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है. लोना पठार गांव में रहने वाले ग्रामीण ने बताया कि एक से डेढ़ साल होने जा रहा है, लेकिन शौचालय ठीक तरीके से बने नहीं है. ग्रामीणों ने कहा कि मुझे कुछ भी बोलने की जरुरत नहीं है. शौचालय देखकर कोई भी ये अंदाजा लगा सकता है कि शौचालय सिर्फ दिखावे के लिए ही बने हैं.

ग्रामीणों के मुताबिक गांव में 100 से 150 परिवार रहते हैं, लेकिन 20 से 30 ही शौचालय उपयोग किए जा रहे हैं. बाकी के लोग शौच के लिए बाहर जाते हैं. प्रशासन की तरफ से आज तक कोई भी अधिकारी या निरीक्षक गांव में बने शौचालय को देखने तक नहीं आया है.

Intro:छिंदवाड़ा! मध्यप्रदेश का छिंदवाड़ा जिला ओडीएफ की वास्तविक हकीकत कुछ और ही है, शौचालय बने हैं पर गुणवत्ता विहीन छिंदवाड़ा जिले की परासिया विधानसभा के गांव लोना पठार के लोगों ने बताया सिर्फ नाम के लिए ही शौचालय बने हैं मजबूरन उन्हें बाहर जाना पड़ता है शौच के लिए, क्या छिंदवाड़ा जिले का यही है विकास मॉडल


Body:छिंदवाड़ा जिले के परासिया विधानसभा के अंतर्गत आने वाले गांव लोना पठार के गांव में शौचालय बने हैं पर सिर्फ दीवार भर खड़ी है पर उपयोग के लिए टैंक ही नहीं बनाए गए, ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लगभग डेढ़ सौ घर है 20 से 25 घरों में शौचालय सही रूप से चल पा रहे हैं बाकी सिर्फ चारदीवारी ही खड़ी है शौचालय के नाम पर, वहां शौचालय का उपयोग करना चाहते हैं पर मजबूरन नहीं कर पाते,

भले ही छिंदवाड़ा जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है पर जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही है

ग्रामीणों का कहना है कि घरों में शौचालय बना तो दिए गए लेकिन उनकी गुणवत्ता इतनी खराब है कि किसी ने उन्हें कुछ दिन उपयोग किया तो कुछ लोगों ने इसका उपयोग ही नहीं किया क्योंकि यहां इस लायक है ही नहीं कि इनका उपयोग किया जा सके,

बाईट 01- अनोखेलाल उईके ,स्थानीय ग्रामीण

बाईट 02 - शंकर ,स्थानीय ग्रामीण


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.