छिंदवाड़ा। जिले के पांढुरना में कोरोना वायरस और लॉक डाउन में बाहर गांव से अपने गृह ग्राम पहुंच रहे कोरेंटाइन लोगों को अब व्हीआईपी सुविधाएं मिल रही हैं. ये व्हीआईपी सुविधाएं पांढुरना के कोरेंटाइन सेंटरों में मिल रही हैं. जब इसकी जानकारी पांढुरना ईटीवी भारत की टीम को लगी तो आदिवासी छात्रावास व्हीआईपी सेंटरों का मुआयना करने पहुंचे, जहां सेंटरों में मौजूद महिलाओं ने सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा की उन्हें टीवी, कैरम , बैटमिंटन जैसी सुविधाएं मिल रही हैं, जिससे महिलाओं का सबसे ज्यादा टाइम पास हो रहा है.
यही नहीं इन सेंटरों में मौजूद लोगों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान भी दिया जा रहा है और इसलिए इन लोगों के स्वास्थ की जानकारी लेने स्वास्थ विभाग की टीम भी इन सेंटरों में पहुंची.
बता दें की पांढुरना के आदिवासी छात्रावास में वर्तमान में 22 युवती और महिलाओं को कोरेंटाइन किया गया हैं, जिनमें कॉलेज छात्राएं और गृहणी शामिल है. इन महिलाओं को इस कोरेंटाइन में घर जैसी सुविधाएं मिल रही हैं और साथ ही मनोरंजन के साधन के साथ- साथ हर दिन नए नए व्यंजन, चाय नाश्ता भी मिल रहा है जिससे इन महिलाओं को घर की याद नहीं सता रही है.
यही हाल सिवनी ग्राम पंचायत के कोरेंटाइन सेंटर का भी इस सेंटर में उन युवाओं को कोरेंटाइन किया गया हैं जो रेड जोन कहें जाने वाले इंदौर, भोपाल जैसे शहरों से आये हैं इनमें से सबसे ज्यादा छात्र हैं जो इन महानगरों में पढ़ाई करने गए थे, लेकिन लॉक डाउन से उन्हें अपने गांव आते ही उन्हें कोरेंटाइन किया गया जिसका पालन वे पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं.
पांढुरना के बनाए गए कोरेंटाइन सेंटर में शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र शामिल है, इन सभी सेंटरों में बाहरी लोगों को रखा गया जिसकी निगरानी पांढुरना एसडीएम सीपी पटेल, एसडीओपी रणविजय सिंह हर दिन कर रहे हैं. इन अधिकारियों का कहना है कि वे सुबह शाम इन सेंटरों की निगरानी करते हैं और साथ ही उनके स्वास्थ की जानकारी भी लेते हैं.