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बेमौसम हो रही बारिश से सब्जी की फसलों को होगा नुकसान

छिंदवाड़ा में दो दिनों में बारिश की संभावना दर्ज की गई है, जिससे इस बारिश के कारण सब्जियों की फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना है, साथ ही इसकी वजह से इल्लियों का प्रकोप बढ़ने की भी संभावना है.

Chhindwara
छिंदवाड़ा में बारिश
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Published : Jan 6, 2021, 8:55 PM IST

छिंदवाड़ा। मौसम में आए परिवर्तन को देखते हुए कृषि वैज्ञानिक ने 2 दिन बारिश होने की संभावना जताई है. वहीं वैज्ञानिक का कहना है कि बारिश के कारण फसलों में इल्लियों का प्रकोप बढ़ सकता है और इसकी वजह से फसलों को नुकसान होने की संभावना है. कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि 8 और 9 तारीख को बूंदाबांदी या बारिश की संभावना है.

बेमौसम बारिश से सब्जी की फसलों को होगा नुकसान

सब्जी वाली फसलों को हो सकता है नुकसान

बारिश के पानी के कारण सब्जियों और फसल में इल्लियों का प्रकोप बढ़ने के आसार है वैज्ञानिक ने बताया कि आगामी 8 और 9 तारीख को पानी गिरने का अनुमान लगाया जा रहा है, जिसके कारण इल्लियों का प्रकोप बढ़ेगा और सब्जियों और फसलों को नुकसान भी पहुंचेगा. हालांकि हल्की बूंदाबांदी और कोहरा गेहूं की फसल के लिए अमृत के समान है. वहीं छिंदवाड़ा के मोहखेड़ और उमरेठ के इलाकों में सब्जियों की अधिक मात्रा में पैदावार की जाती है.

किसानों को सलाह

वैज्ञानिक ने बारिश पानी के मौसम के देखते हुए किसानों को अभी सिंचाई नहीं करने की सलाह दी है. उन्हें अनुमानित वर्षा देखने के बाद की सिंचाई करने को कहा है, क्योंकि अधिक सिंचाई होने के कारण फसलों को नुकसान भी होगा और इल्लियों का प्रकोप बढ़ेगा.

छिंदवाड़ा। मौसम में आए परिवर्तन को देखते हुए कृषि वैज्ञानिक ने 2 दिन बारिश होने की संभावना जताई है. वहीं वैज्ञानिक का कहना है कि बारिश के कारण फसलों में इल्लियों का प्रकोप बढ़ सकता है और इसकी वजह से फसलों को नुकसान होने की संभावना है. कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि 8 और 9 तारीख को बूंदाबांदी या बारिश की संभावना है.

बेमौसम बारिश से सब्जी की फसलों को होगा नुकसान

सब्जी वाली फसलों को हो सकता है नुकसान

बारिश के पानी के कारण सब्जियों और फसल में इल्लियों का प्रकोप बढ़ने के आसार है वैज्ञानिक ने बताया कि आगामी 8 और 9 तारीख को पानी गिरने का अनुमान लगाया जा रहा है, जिसके कारण इल्लियों का प्रकोप बढ़ेगा और सब्जियों और फसलों को नुकसान भी पहुंचेगा. हालांकि हल्की बूंदाबांदी और कोहरा गेहूं की फसल के लिए अमृत के समान है. वहीं छिंदवाड़ा के मोहखेड़ और उमरेठ के इलाकों में सब्जियों की अधिक मात्रा में पैदावार की जाती है.

किसानों को सलाह

वैज्ञानिक ने बारिश पानी के मौसम के देखते हुए किसानों को अभी सिंचाई नहीं करने की सलाह दी है. उन्हें अनुमानित वर्षा देखने के बाद की सिंचाई करने को कहा है, क्योंकि अधिक सिंचाई होने के कारण फसलों को नुकसान भी होगा और इल्लियों का प्रकोप बढ़ेगा.

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