छिंदवाड़ा। पेंच नेशनल पार्क से निकलकर बाघ लगातार रहवासी क्षेत्र में घुस रहे हैं. पिछले कई साल से चौरई और चांद क्षेत्र के आसपास के गांवों में बाघ की लोकेशन मिल रही है. बाघों की निगरानी के लिए वन विभाग ने कैमरे लगाए हैं. लेकिन अभी तक कैमरे में कोई भी बाघ ट्रैप नहीं हो पाया है.
ग्रामीण इलाकों में बाघ की लोकेशन के साथ ही फॉरेस्ट टीम गश्त कर रही है. टीम लगातार ग्रामीणों को अलर्ट रहने के लिए सूचित कर रही है. पिछले दिनों खुटिया गांव में बाघ ने एक गाय का शिकार किया था. फॉरेस्ट की टीम 2 बाघों की मौजूदगी की बात कर रही है. इनमें से एक चौरई के पास खुटिया में और दूसरा सांख के आसपास नजर आ रहा है. ऐसे में लोगों में दहशत है. किसान सिंचाई करने भी नहीं जा पा रहे हैं.
पेंच पार्क से लगातार वन्यप्राणी हर साल ठंड में निकल आते हैं. चौरई और चांद का इलाका पार्क के जंगलों से लगा हुआ है. ऐसे में यहां पर बाघ की मौजूदगी बनी हुई है. पार्क अमले के मुताबिक इन बाघों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. बाघों की मौजूदगी के बाद वन अमला भी अलर्ट मोड पर है. रेंजर हीरालाल सनोडिया ने बताया कि वन अमले ने कैमरे लगाकर मॉनिटरिंग शुरू कर दी है. जबकि मैदानी अमले को भी यहीं पर रखा गया है. लेकिन अभी तक कैमरे की जद में कोई भी बाघ नहीं आया है. इसलिए ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है.
पांढुर्णा में घुसा शेर
छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में शेर की दस्तक के बाद वन विभाग ने 3 सीसीटीवी लगाए गए हैं और शेर की हर एक मूवमेंट पर नजर बनाए रखे हैं. महाराष्ट्र के महेन्द्री के जंगल से पांढुर्णा की सीमा में शेर की दस्तक के बाद वन विभाग की टीम मुस्तैद नजर आ रही है. ग्रामीणों की सुरक्षा करने और शेर की हर एक मूवमेंट्स का पता लगाने के लिए मारूड़ क्षेत्र में उस जगह पर सीसीटीवी लगाए गए हैं. जहां सबसे ज्यादा शेर का मूवमेंट था.