छिंदवाड़ा। शहर के अमरवाड़ा क्षेत्र के हढ़ाई गांव में रहने वाली 80 साल की बुजुर्ग महिला इस उम्र में जो भलाई का काम कर रही है, वो सभी के लिए प्रेरणापद है. पिछले 25 सालों से शंकरिया यादव साप्ताहिक बाजार में जाती हैं और घूम-घूम कर सभी दुकानदारों को पानी पिलाती हैं.
शंकरिया को कुछ दिन पहले पैरलाइसिस हो गया था, लेकिन आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के चलते वो इलाज नहीं करवा पाईं, लेकिन लोगों की दुआ कहें या देसी इलाज के असर से वो जल्द ही इस बीमारी से उबर गईं और फिर से निःस्वार्थ मन से लोगों की सेवा कर रही हैं. पानी पिलाने के एवज में कभी कोई 10-5 रुपये अपनी श्रद्धानुसार दे देता है, जिससे वे अपने परिवार का गुजर बसर करती हैं, लेकिन जो भी रुपये देता है, बदले में उसे दुआ भी जरुर देती हैं.
शंकरिया यादव का कहना है कि वे इंसानियत-मानवता के चलते ये नेक काम करती हैं और उसके एवज में जो भी रुपये मिलते हैं, उससे वो अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं. दुकानदार भी महिला को दादी कहकर पुकारते हैं. जहां साप्ताहिक बाजारों में कुछ लोग भीख मांगकर अपना भरण-पोषण करते हैं, ऐसे समाज में ये बुजुर्ग महिला बेरोजगारों के लिए मिसाल बन गई है.