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किसानों के लिए आफत बनी बारिश, फसलें खराब होने का मंडरा रहा खतरा

छिंदवाड़ा जिले में लगातार हो रही बारिश से किसानों की फसलें चौपट हो रही है. पानी खेतों में भरे रहने के कारण फसल खराब होने का खतरा मंडरा रहा है जिससे किसान परेशान है.

कृषि वैज्ञानिक विजय कुमार पराड़कर
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Published : Sep 9, 2019, 11:54 PM IST

छिंदवाड़ा। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने किसानों को भी बेहाल कर रखा है. अतिवृष्टी से किसानों को फसलें चौपट होने का डर है. कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि अगर इसी तरह पानी बरसता रहा तो फसलें बर्बाद हो सकता है. बता दे कि नदी-नाले उफान पर होने प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.

आफत बनी बारिश

अधिक बारिश होने के कारण छिंदवाड़ा के किसानों की चिताएं भी गहराने लगी है. कृषि वैज्ञानिक विजय कुमार पराड़कर ने बताया कि पानी खेतों में भरे रहने के कारण फसल खराब होने का खतरा मंडरा रहा है. जिन्हें कुछ सामान्य से उपाय कर कुछ हद तक बचाया जा सकता है.


कृषि वैज्ञानिक विजय कुमार पराड़कर ने बताया की फसल के लिए जितना पानी की जरूरत होती है उतना ही उसे आक्सीजन की भी जरूरत होती है. खेतो मे पानी भर जाने पर खेत से पानी निकालकर पोटेशिमय और जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए. कुओं और खेतो से पानी निकाल देना चाहिए जिससे इलाके का वाटर लेवल मैनेज हो जाएगो इससे काफी हद तक फसलें बचाई जा सकेंगी.

छिंदवाड़ा। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने किसानों को भी बेहाल कर रखा है. अतिवृष्टी से किसानों को फसलें चौपट होने का डर है. कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि अगर इसी तरह पानी बरसता रहा तो फसलें बर्बाद हो सकता है. बता दे कि नदी-नाले उफान पर होने प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.

आफत बनी बारिश

अधिक बारिश होने के कारण छिंदवाड़ा के किसानों की चिताएं भी गहराने लगी है. कृषि वैज्ञानिक विजय कुमार पराड़कर ने बताया कि पानी खेतों में भरे रहने के कारण फसल खराब होने का खतरा मंडरा रहा है. जिन्हें कुछ सामान्य से उपाय कर कुछ हद तक बचाया जा सकता है.


कृषि वैज्ञानिक विजय कुमार पराड़कर ने बताया की फसल के लिए जितना पानी की जरूरत होती है उतना ही उसे आक्सीजन की भी जरूरत होती है. खेतो मे पानी भर जाने पर खेत से पानी निकालकर पोटेशिमय और जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए. कुओं और खेतो से पानी निकाल देना चाहिए जिससे इलाके का वाटर लेवल मैनेज हो जाएगो इससे काफी हद तक फसलें बचाई जा सकेंगी.

Intro:छिंदवाड़ा प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से किसानों की फसल खराब होने का खतरा, पिछले 24 घंटे में 4 इंच बारिश हुई कृषि वैज्ञानिक ने बताया किस प्रकार अधिक बारिश की समस्या से फसल खराब होने से बचा जा सकता है


Body:छिंदवाड़ा पूरे प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है वही अधिक बारिश होने के कारण किसानों की चिंताएं भी गहराने लगी है अधिक मात्रा में बारिश का पानी खेतों में मिलने के कारण फसल खराब होने का खतरा मंडरा रहा है किसी वैज्ञानिक ने बताया कि किस प्रकार के उपाय कर कर फसलों को खराब होने से कुछ हद तक बचाया जा सकता है बाईट 01 - विजय कुमार पराड़कर, कृषि वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र चंदन गांव बाईट 02 - अशोक मसराम , किसान


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