छिंदवाड़ा। लॉकडाउन में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के लाखों प्रवासी दूसरे राज्यों और शहरों में फंसे रहे, जो अपनों के पास जाने के लिए बेचैन थे, लेकिन कोई साधन नहीं होने से वे अपने घर नहीं जा पा रहे थे, ऐसी मुसीबत के वक्त फिल्म स्टार सोनू सूद फरिश्ता बनकर आए और खोज-खोज कर ऐसे बेबस लोगों को उनके घर पहुंचाया, छिंदवाड़ा के सौसर के ग्राम पंचायत पीपला कहान के प्रवीण सोमकुंवर की भी ऐसी ही कहानी है, जो केरल के कोच्चि शहर में लॉकडाउन के दौरान फंसे थे. फिल्म स्टार सोनू सूद से उन्होंने ट्वीट कर मदद मांगी, जिसके बाद सोनू सूद प्रवीण को घर पहुंचाने की व्यवस्था कराए. घर पहुंचने के बाद प्रवीण की बुजुर्ग मां और उनका पूरा परिवार सोनू सूद का दिल से धन्यवाद कर रहा है.
सौसर तहसील से महज 16 किलोमीटर की दूरी पर बसे ग्राम पंचायत पीपला कहान के रहने वाले प्रवीण सोमकुंवर केरल के कोच्चि में एक रेस्टोरेंट में काम करते थे. घर पहुंचने के बाद प्रवीण ने बताया कि कैसे वो सोनू सूद की मदद से कोच्चि से बॉम्बे और बॉम्बे से सौसर तक मुसीबतों और परेशानियों के बीच सफर तय किया.
लॉकडाउन के दौरान छूटी नौकरी
प्रवीण सोमकुंवर ने आर्थिक तंगी और परिवार की जिम्मेदारियों के चलते रोजगार की तलाश में कोच्चि जाकर एक निजी रेस्टोरेंट में काम शुरू कर दिया था. लॉकडाउन के कारण होटल बंद होने की वजह से मालिक ने शुरुआत में राशन दिया, लेकिन लॉकडाउन बढ़ने की वजह से राशन-पानी सब बंद हो गया, जिससे प्रवीण की समस्या बढ़ने लगी. परिवार की याद आने लगी. उसको अपने घर पहुंचने की चिंता सताने लगी. ऐसे में उसने 6 जुलाई को फिल्म स्टार सोनू सूद को ट्वीट कर मदद मांगी.
रिप्लाई में बोले सोनू सूद, अब हो जा रेडी
जिसके तुरंत बाद ही सोनू सूद ने मैसेज कर कहा कि चल भाई, तू भी बैग तैयार कर ले. मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जाने को तैयार हो जाओ. सोनू सूद के ऑफिस के लोगों ने प्रवीण से संपर्क किया तो प्रवीण ने घर जल्द पहुंचने के लिए कोच्चि से नागपुर तक फ्लाइट से जाने की मदद मांगी. लेकिन उन्होंने कहा कि वहां से सीधी फ्लाइट नहीं है. इसलिए तुम इस ट्रेन टिकट द्वारा कोच्चि से मुंबई आ जाओ, वहां से तुम्हारी फ्लाइट की टिकट करवा दी है और तुम्हारे ठहरने की व्यवस्था मुंबई में करवा दी गई है. प्रवीण ने मुंबई पहुंचकर देखा तो वह होटल हॉटस्पाट बनने की वजह से सील हो गया था.
अजजान शहर में सोनू सूद ने बांधी हिम्मत
प्रवीण को डर लगने लगा कि न तो जेब में पैसा और न ही कोई परिचित और रहने का कोई ठिकाना भी नहीं है, लेकिन प्रवीण ने हिम्मत कर सोनू सूद को फिर फोन लगाया. जिसके बाद सोनू सूद ने खाने और ऑटो के पैसे पेटीएम द्वारा भिजवाए और उसके बाद मुंबई सीएसटी स्टेशन पर वक्त गुजारने को कहा.
खर्च के लिए ट्रांसफर किए पैसे
प्रवीण ऑटो से सीएसटी स्टेशन पर पहुंचा, लेकिन वहां तैनात पुलिस ने स्टेशन पर रुकने नहीं दिया. कुछ देर बाद फिर सोनू सूद के ऑफिस से फोन आया और उन्होंने कहा कि हम आपका टिकट बुक करवा रहे हैं. आप जल्द से जल्द सीएसटी स्टेशन से मुंबई-हावड़ा ट्रेन पकड़ें. आपको रास्ते के खर्च के लिए पैसा ट्रांसफर कर दिया गया है.
सोनू सूद ने पेटीएम से भिजवाए पैसे
11 जुलाई की रात को प्रवीण ट्रेन में मुंबई से निकलकर दूसरे दिन शाम को नागपुर पहुंचा, पर नागपुर से छिंदवाड़ा के लिए कोई साधन नहीं मिला, जिसके बाद फिर उन्होंने सोनू सूद के ऑफिस में फोन लगाया तो उन्होंने वहां से पेटीएम से पैसे पहुंचा दिये, जैसे-तैसे प्रवीण ऑटो से सावनेर तक पहुंचा और सावनेर से अपने एक दोस्त की बाइक पर अपने गांव कहान पिपला सौसर पहुंचा.
सोनू सूद का किया धन्यवाद
प्रवीण केरल से मुंबई और होते हुए अपने गांव पहुंच गया, जिसके बाद फिल्म स्टार सोनू सूद ने प्रवीन को वीडियो काल के माध्यम से पूछा कि प्रवीण ठीक-ठाक पहुंच गए कि नहीं, इस दौरान प्रवीण की मां ने आंसू भरी नजरों से फिल्म स्टार सोनू सूद का धन्यवाद करते हुए देश का रीयल हीरो बताया.