छिंदवाड़ा। एक ओर मध्यप्रदेश के लोग कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन से परेशान हैं, वहीं छिंदावाड़ा के लोग कचरे की बदबू से त्रस्त हो चुके हैं. यही नहीं जहरीले कचरे से वार्ड वासियों का दम घुटता है. जब भी लोगों का गली मोहल्ले में निकलना होता हैं तो उन्हें इस बदबू से दो चार होना पड़ता है. जिसके लिए लोगों को नाक पर रुमाल बांधकर जाना पड़ता है. डंप कचरे के आसपास चार बड़े वार्ड हैं, जहां के रहवासियों को बदबू सहन करने की मजबूरी है. हालांकि वार्डवासियों ने नगर पालिका को कचरा डंप करने की जगह को और कहीं शिफ्ट करने की गुहार लगाई है, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
40 साल बाद मिलेगी कचरे और बदबू से मुक्ति
छिंदवाड़ा के पांढुर्णा के खारी वार्ड में विगत 40 साल से 30 वार्ड का कचरा फेंका जा रहा है, रात में जब इस कचरे में आग लग जाती है तो उसके धुंए से वार्डवासियों को घुटन महसूस होती है, अब इस कचरा घर से मुक्ति मिलने वाली है. नगर पालिका सीएमओ नवनीत पांडे के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अब ये कचरा शहर से 5 किलोमीटर दूर कलमगांव में डंप किया जाएगा. इसको लेकर नगर पालिका ने टेंडर भी जारी किया है. जल्द ही इस कचरे का परिवहन शुरू हो जायेगा. पांढुर्णा में हर दिन 30 वार्ड से 12 टन कचरा निकलता है, जिनमे 8 टन गीला कचरा और 5 टन सूखा कचरा इस कचरा घर में फेंका जाता है.
128 सफाई कर्मी और 9 वाहन की रहती है भागीदारी
पांढुर्णा के 30 वार्ड की साफ-सफाई करने में नगर पालिका के 128 कर्मचारियों का योगदान रहता है, सुबह होते ही सफाई कर्मी गली-मोहल्ले में जाकर नाली और सड़क की सफाई करते हैं. इसी प्रकार नगर पालिका के ऐसे 9 वाहन हैं, जो 30 वार्ड से निकलने वाले कचरे को डंप करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.