छिंदवाड़ा। कोरोना संकट के बीच छिंदवाड़ा में ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है. जहां नगर निगम पार्षदों को मास्क और सैनिटाइजर के पैसे ट्रांसफर करने के नाम पर पोर्षदों को निशाना बनाया गया.
अक्सर ऑनलाइन ठग आम लोगों को तो अपना निशाना बनाते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने कोरोना महामारी को ढाल बनाकर नगर निगम के पार्षदों को निशाना बनाया है. छिंदवाड़ा के करीब 7 से 8 पार्षदों को फोन आया कि, उनके वार्ड में मास्क सैनिटाइजर का वितरण करना है. इसलिए वे जल्दी से अपना एटीएम का कार्ड और ओटीपी नंबर बताएं. फोन करने वालों ने सचिवालय और एसडीएम दफ्तर का हवाला दिया. ठगों ने सचिवालय के अधिकारी बनकर फोन किया, तो किसी पार्षद को एसडीएम बनकर फोन किया.
ठगों ने कहा कि, इस बार पार्षदों के खाते में पैसे डाले जा रहे हैं, ताकि वो अपने वार्ड के लोगों को सुरक्षा के लिए मास्क सैनिटाइजर बांट सकें. लिहाजा झांसे में आकर पार्षदों ने अपना अकाउंट नंबर दे दिया और उनके पैसे गायब हो गए. कई लोगों ने तो चालाकी करते हुए अपना एटीएम नंबर नहीं बताया, लेकिन कुछ नेताओं को लगा कि मौका अच्छा है गवाना नहीं चाहिए, इसलिए फटाफट अपना एटीएम का कार्ड नंबर और ओटीपी बता दिए, फिर क्या था जैसे ही ओटीपी गया इधर खाते से पैसे कट गए. छिंदवाड़ा के वार्ड नंबर 41 की पार्षद योगिता मनोहर गेडाम के खाते से ऑनलाइन ठगों ने 20 हजार रुपए मास्क और सैनिटाइजर के नाम पर ठग लिए.