छिंदवाड़ा। ग्रामीणों और जरूरतमंदों की समस्याओं और शिकायतों के तुरंत निराकरण के अलावा कई शासकीय योजनाओं को जमीनी स्तर तक क्रियान्वयन करने के लिए जिला प्रशासन छिंदवाड़ा ने एक अनूठी पहल की है. इस अनूठी पहल की शुरुआत गुरूवार को जिले की जनपद पंचायत तामिया के देलाखारी कलस्टर से हुई, जहां जनपद पंचायत तामिया की 30 ग्राम पंचायतों में नोडल अधिकारी भ्रमण करने पहुंचे.
दर्ज की ग्रामीणों की समस्याएं
इस अनूठी पहल के तहत अनुश्रवण कार्यक्रम के प्रथम चरण में सभी नोडल अधिकारियों ने आवंटित ग्राम पंचायत का अपने सहायक नोडल अधिकारी और स्थानीय अमले के साथ सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की परेशानियां सुनी और ग्रामीणों की समस्याओं, शिकायतों और आवेदनों की जानकारी निर्धारित प्रारूप में तैयार की गई, और सभी शिकायतों को रजिस्टर में दर्ज किया गया. नोडल अधिकारियों ने ग्रामीणों को मिल रहीं बुनियादी सुविधाओं का भी जायजा लिया.
नोडल अधिकारियों को दिए गए निर्देश
भ्रमण के बाद कार्यक्रम के दूसरे चरण में सभी संबंधित अधिकारी ग्राम स्तरीय अधिकारियों के साथ जनपद पंचायत तामिया के कलस्टर मुख्यालय की ग्राम पंचायत तामिया पहुंचे, और वहां कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन की अध्यक्षता में अनुश्रवण के लिए आयोजित बैठक में शामिल हुए. इस दौरान कलेक्टर सुमन और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेंद्र सिंह नागेश ने अलग-अलग ग्राम पंचायतवार एक-एक नोडल अधिकारी और विभागवार प्राप्त शिकायतों की विस्तृत समीक्षा की, और हर प्रकरण के निराकरण के लिए अलग-अलग समय सीमा निर्धारित करते हुए अनिवार्य रूप से सभी शिकायतों/समस्याओं का निराकरण के निर्देश दिए.
395 से ज्यादा शिकायतों का किया गया तुरंत निराकरण
कलेक्टर ने कई प्रकरणों को समीक्षा के लिए चिन्हांकित भी किया. इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेंद्र सिंह नागेश, SDM जुन्नारदेव एमआर धुर्वे और सौंसर कुमार सत्यम, सभी विभाग प्रमुख/नोडल अधिकारी और विभिन्न विभागों का क्षेत्रीय अमला मौजूद था. जनपद पंचायत के तामिया कलस्टर के ग्रामीणों के लिए आयोजित इस दूसरे अनुश्रवण कार्यक्रम में विभिन्न विभागों की एक हजार 455 शिकायतें/समस्याएं दर्ज की गईं, जिनमें से 395 से ज्यादा शिकायतों का तुरंत निराकरण किया गया.
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इस दौरान अपनी समस्याओं और शिकायत के लिए ग्रामीणों को अलग से कोई लिखित आवेदन भी नहीं देना पड़ा. भ्रमण के दौरान कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया. इस दौरान मुख्य रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्रामीण में नाम जुड़वाने, नामांतरण, बंटवारा, नल जल योजना, हैंडपंप मरम्मत, आंगनबाड़ी भवन की मरम्मत, नई आंगनबाड़ी भवन निर्माण, सामाजिक सुरक्षा पेंशन सहित सड़क निर्माण को लेकर शिकायतें मिलीं.