छिंदवाड़ा। मानसून आने को अब बस कुछ ही दिन बचे हैं, जिसको लेकर नगर पालिका निगम ने रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्थाएं बनाई हैं. इन्हीं व्यवस्थाओं के बारे में नगर निगम कमिश्नर हिमांशु सिंह ने बताया कि नागरिकों को मकान बनाने के साथ ही रेन वॉटर हार्वेस्टिंग बनाने की भी परमिशन दे दी जाती है. साथ ही उससे राशि भी जमा करवाई जाती है. जब वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण हो जाता है तो उन्हें वो राशि लौटा दी जाती है. वहीं अगर सिस्टम का निर्माण नहीं हो पाता है तो निगम द्वारा सिस्टम का निर्माण कराया जाता है.
क्या है रेन वॉटर हार्वेस्टिंग
बता दें, बारिश का पानी इकट्ठा करने के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है. बारिश के पानी का संचयन, बारिश के पानी को किसी खास माध्यम से संचयन करना या इकट्ठा करने की प्रक्रिया को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कहा जाता है. दुनियाभर में पेयजल की कमी एक संकट बनती जा रही है, जिसके कारण पृथ्वी का जलस्तर लगातार नीचे भी जाने लगा है. इसलिए जल का संचयन और भंडारण किया जाना जरूरी है जिससे भूजल संसाधन का सर्वेक्षण किया जाए.
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शहरी क्षेत्रों में बारिश के पानी को संचित करने के लिए बहुत सी रचनाओं का उपयोग किया जा सकता है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के पानी का संचयन वॉटर हार्वेस्टिंग की एक इकाई के रूप में लेकर करते हैं. आमतौर पर फैलाव तकनीक अपनाई जाती है क्योंकि ऐसी प्रणाली के लिए जगह उपयुक्त मात्रा में उपलब्ध होती है और जल की मात्रा भी ज्यादा होती है.