ETV Bharat / state

नगर निगम कमिश्नर ने बताया रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए छिंदवाड़ा में कैसी है तैयारी

छिंदवाड़ा में बारिश के पानी को सहेजने के लिए नगर निगम ने कुछ व्यवस्थाएं की हैं, जिनमें वॉटर हार्वेस्टिंग भी शामिल है. नगर निगम कमिश्नर हिमांशु सिंह ने बताया कि नागरिकों को मकान बनाने के साथ ही वॉटर हार्वेस्टिंग बनाने की भी परमिशन दे दी जाती है.

chhindwara nagar nigam commisioner
छिंदवाड़ा नगर निगम कमीश्नर
author img

By

Published : Jul 3, 2020, 3:49 PM IST

छिंदवाड़ा। मानसून आने को अब बस कुछ ही दिन बचे हैं, जिसको लेकर नगर पालिका निगम ने रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्थाएं बनाई हैं. इन्हीं व्यवस्थाओं के बारे में नगर निगम कमिश्नर हिमांशु सिंह ने बताया कि नागरिकों को मकान बनाने के साथ ही रेन वॉटर हार्वेस्टिंग बनाने की भी परमिशन दे दी जाती है. साथ ही उससे राशि भी जमा करवाई जाती है. जब वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण हो जाता है तो उन्हें वो राशि लौटा दी जाती है. वहीं अगर सिस्टम का निर्माण नहीं हो पाता है तो निगम द्वारा सिस्टम का निर्माण कराया जाता है.

छिंदवाड़ा नगर निगम कमीश्नर

क्या है रेन वॉटर हार्वेस्टिंग

बता दें, बारिश का पानी इकट्ठा करने के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है. बारिश के पानी का संचयन, बारिश के पानी को किसी खास माध्यम से संचयन करना या इकट्ठा करने की प्रक्रिया को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कहा जाता है. दुनियाभर में पेयजल की कमी एक संकट बनती जा रही है, जिसके कारण पृथ्वी का जलस्तर लगातार नीचे भी जाने लगा है. इसलिए जल का संचयन और भंडारण किया जाना जरूरी है जिससे भूजल संसाधन का सर्वेक्षण किया जाए.

ये भी पढ़ें- जारी है बूंद-बूंद का संघर्ष, आज भी प्यासा है बुंदेलखंड

शहरी क्षेत्रों में बारिश के पानी को संचित करने के लिए बहुत सी रचनाओं का उपयोग किया जा सकता है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के पानी का संचयन वॉटर हार्वेस्टिंग की एक इकाई के रूप में लेकर करते हैं. आमतौर पर फैलाव तकनीक अपनाई जाती है क्योंकि ऐसी प्रणाली के लिए जगह उपयुक्त मात्रा में उपलब्ध होती है और जल की मात्रा भी ज्यादा होती है.

छिंदवाड़ा। मानसून आने को अब बस कुछ ही दिन बचे हैं, जिसको लेकर नगर पालिका निगम ने रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्थाएं बनाई हैं. इन्हीं व्यवस्थाओं के बारे में नगर निगम कमिश्नर हिमांशु सिंह ने बताया कि नागरिकों को मकान बनाने के साथ ही रेन वॉटर हार्वेस्टिंग बनाने की भी परमिशन दे दी जाती है. साथ ही उससे राशि भी जमा करवाई जाती है. जब वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण हो जाता है तो उन्हें वो राशि लौटा दी जाती है. वहीं अगर सिस्टम का निर्माण नहीं हो पाता है तो निगम द्वारा सिस्टम का निर्माण कराया जाता है.

छिंदवाड़ा नगर निगम कमीश्नर

क्या है रेन वॉटर हार्वेस्टिंग

बता दें, बारिश का पानी इकट्ठा करने के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है. बारिश के पानी का संचयन, बारिश के पानी को किसी खास माध्यम से संचयन करना या इकट्ठा करने की प्रक्रिया को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कहा जाता है. दुनियाभर में पेयजल की कमी एक संकट बनती जा रही है, जिसके कारण पृथ्वी का जलस्तर लगातार नीचे भी जाने लगा है. इसलिए जल का संचयन और भंडारण किया जाना जरूरी है जिससे भूजल संसाधन का सर्वेक्षण किया जाए.

ये भी पढ़ें- जारी है बूंद-बूंद का संघर्ष, आज भी प्यासा है बुंदेलखंड

शहरी क्षेत्रों में बारिश के पानी को संचित करने के लिए बहुत सी रचनाओं का उपयोग किया जा सकता है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के पानी का संचयन वॉटर हार्वेस्टिंग की एक इकाई के रूप में लेकर करते हैं. आमतौर पर फैलाव तकनीक अपनाई जाती है क्योंकि ऐसी प्रणाली के लिए जगह उपयुक्त मात्रा में उपलब्ध होती है और जल की मात्रा भी ज्यादा होती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.