छिन्दवाड़। अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा विधानसभा सीट में अधिकतर कांग्रेस का कब्जा रहा है. फिलहाल इस विधानसभा में कमलेश प्रताप शाह विधायक हैं. 25 मार्च को इसी विधानसभा में आदिवासियों का प्रमुख धार्मिक स्थल आंचल कुंड में दादा धूनीवाले दरबार में अमित शाह ने माथा टेक कर जनजाति समाज को रिझाने की कोशिश की है. अगर पिछले तीन सालों के चुनाव की बात करें तो यहां कांग्रेस और अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी की टक्कर ज्यादा देखने मिली है. हालांकि साल 2008 में बीजेपी का भी विधायक इस सीट से बना था. इस बार के चुनाव में जहां कांग्रेस और बीजेपी में टक्कर है.
कमलेश के सामने मोनिका: भाजपा ने अमरवाड़ा सीट से पूर्व विधायक और गोंडवाणा गणंतत्र पार्टी के मनमोहन शाह भट्टी की बेटी मोनिका भट्टी को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने कमलेश शाह को चुनावी मैदान में उतारा है. अमरवाड़ा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है.
अनुसूचित जनजाति समाज तय करता है अपना नेता: अमरवाड़ा विधानसभा में कुल 234330 मतदाता हैं, जिसमें से 118010 पुरुष मतदाता तो वहीं 116315 महिला मतदाता हैं. अमरवाड़ा विधानसभा में 80 फीसदी अनुसूचित जनजाति मतदाता है. मुख्य रूप से इस इलाके में वनोपज और खेती पर आधारित आदिवासी मतदाता अपना जीवन यापन करते हैं.
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने बदल दिया था समीकरण: वैसे तो अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हमेशा अनुसूचित जनजाति वर्ग में कांग्रेस पार्टी के समर्थन में वोट किया है. इलाके के कद्दावर नेता प्रेम नारायण ठाकुर यहीं से जीतकर मंत्री भी बने, लेकिन सरकारी नौकरी छोड़कर 2003 में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का झंडा लेकर मैदान में उतरे मनमोहन शाह बट्टी ने समाज को इकट्ठा कर 10376 वोटों से भाजपा के हुकम सिंह ठाकुर को चुनाव में खड़ा कर विधायक बने थे. पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी का कोरोना के चलते साल 2020 में निधन हो गया.
पिछले तीन विधानसभा चुनावों के परिणाम: पिछले तीन विधानसभा चुनावों के परिणामों पर नजर डालें तो इलाके के कद्दावर आदिवासी नेता प्रेम नारायण ठाकुर ने 2008 में भाजपा ज्वाइन कर ली और बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े. इस बार भी मुख्य मुकाबला आदिवासी नेता मनमोहन शाह बट्टी के साथ रहा, हालांकि मनमोहन शाह बट्टी ने खुद को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से अलग करके अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी का गठन कर लिया था. इस चुनाव में बीजेपी के प्रेम नारायण सिंह ठाकुर को 36725 वोट मिले तो वहीं मनमोहन शाह बट्टी को 36288 वोट मिले और जीत का अंतर मात्र 437 वोट रहा.
अमरवाड़ा विधानसभा चुनाव 2013 के आंकड़े: साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इस बार इलाके के राजा और जागीरदार परिवार से ताल्लुक रखने वाले कमलेश शाह को टिकट दिया. बीजेपी ने भी युवा चेहरा प्रेम नारायण ठाकुर के बेटे उत्तम सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा, हालांकि कांग्रेस के कमलेश शाह को 55684 और बीजेपी के उत्तम सिंह ठाकुर को 51621 वोट मिले और कांग्रेस के शाह 4063 वोटों से चुनाव जीत गए.
अमरवाड़ा विधानसभा चुनाव 2018 के आंकड़े: 2018 के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला फिर कांग्रेस और राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी के नेता मनमोहन शाह बट्टी के बीच में रहा. यहां कांग्रेस पार्टी के विधायक कमलेश शाह को 71662 तो अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी के मनमोहन शाह बट्टी को 61269 वोट मिले और कांग्रेस के कमलेश शाह 10393 वोटों से जीत गए. यहां पर बीजेपी तीसरे नंबर पर रही.
मनमोहन शाह बट्टी ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका, अब बेटी मैदान में: 2003 के विधानसभा चुनावों के बाद अमरवाड़ा विधानसभा में महत्वपूर्ण भूमिका मनमोहन शाह बट्टी की रही. चाहे वे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से चुनाव लड़े हो या फिर खुद के द्वारा बनाई हुई राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी से मैदान में रहे 2013 में करीब 40000 वोट लेकर भी तीसरे स्थान पर रहे थे. 2018 में एक बार फिर दूसरे स्थान पर आकर बीजेपी को तीसरे स्थान पर धकेल दिया था. मनमोहन शाह बट्टी के निधन के बाद उनकी बेटी मोनिका शाह बट्टी ने उनकी राजनीतिक विरासत को संभाला है. इस बार भी वे विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभा सकती हैं.
विधानसभा के प्रमुख दावेदार: अमरवाड़ा विधानसभा में 2023 के चुनाव के लिए प्रमुख दावेदारों की बात अगर की जाए तो बीजेपी के तरफ से युवा चेहरा उत्तम प्रेम नारायण सिंह ठाकुर, वर्तमान विधायक राजा कमलेश शाह की बहन कामिनी शाह और बीजेपी के हाल ही में भारिया विकास प्राधिकरण के नियुक्त अध्यक्ष दिनेश अंगरिया भी हो सकते हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी की ओर से सबसे प्रबल दावेदार वर्तमान विधायक कमलेश प्रताप शाह के अलावा, छिंदवाड़ा नगर निगम के महापौर विक्रम आहाके और जिला पंचायत सदस्य केसर नेताम हो सकते हैं. हालांकि इस चुनाव में भी अहम रोल राष्ट्रीय गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का हो सकता है. उसकी एक ही प्रबल उम्मीदवार पूर्व विधायक मनमोहन शाह की बेटी मोनिका शाह बट्टी होगी.