छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों को ऑक्सीजन (New oxygen Plant in chhindwara) के लिए बहुत परेशान होना पड़ा था. इससे सीख लेते हुए कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के नए ऑक्सीजन प्लांट तैयार कर लिए गए हैं और ये ऑपरेशनल हो गए हैं. इससे पहले 7 अक्टूबर 2021 को छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 1000 एलपीएम क्षमता वाले पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण वर्चुअल माध्यम से किया था. इसको लेकर छिंदवाड़ा जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर शिखर सुराना ने बताया कि तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए जिला अस्पताल में मांग से अधिक अक्सीजन की उपलब्धता है और ऑक्सीजन की कमी ना हो सके इसके लिए पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं.
डीआरडीओ ने किया प्लांट को डिजाइन
वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जी सी चौरसिया ने बताया कि एक हजार एलपीएम यूनिट की क्षमता वाले इस पीएसए प्लांट के माध्यम से जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीज को आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की व्यवस्था प्राप्त हो रही है. डीआरडीओ ने इस प्लांट को डिजाइन और डेवलप किया है. इस पीएसए प्लांट की क्षमता 190 बेड की है. वहीं सिविल अस्पताल सौंसर और पांढुर्णा में भी 500- 500 एलपीएम क्षमता के पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए हैं. इससे अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी काफी हद तक दूर होगी. बता दें कि छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में 13 हजार लीटर पांढुरना विकासखंड में 6 हजार लीटर के ऑक्सीजन प्लांट पहले से ही मौजूद थे. जबकि बोरिया में 600 एलपीएम क्षमता का प्लांट है जिसमें 1 दिन में 250 से 300 सिलेंडर भरने की क्षमता है.