छिंदवाड़ा। शासकीय महाविद्यालय तामिया में सर्च एंड रिसर्च डेवलपमेंट सोसायटी भोपाल के सहयोग से पांच दिवसीय गोंड चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें प्रशिक्षक आत्माराम श्याम, यशवंत धुर्वे सामाजिक कार्यकर्ता एवं कार्यक्रम समन्वयक पवन श्रीवास्तव के निर्देशन में महाविद्यालय के 28 विद्यार्थियों ने कार्यशाला में चित्रकला के हुनर सीखे. इसके बाद प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न दिए गए.
स्टूडेंट्स को स्मृति चिह्न भेंट किए : कार्यशाला में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिह्न एवं नोट पैड दिए गए. कार्यशाला में प्रतिभागियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों में शीतल उइके प्रथम, रश्मि भारती द्वितीय, सोनू परतेती व मधु उइके तृतीय स्थान पर रहे. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. महेंद्र गिरि ने सर्च एंड रिसर्च डेवलपमेंट सोसाइटी का इस कार्यशाला के लिए धन्यवाद किया. उन्होंने विद्यार्थियों से आशा कि यदि आप इस तरह के कार्यशाला में आगे आकर भाग लेते हैं तो भविष्य में और भी कार्यक्रम किए जाएंगे.
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कला व शिल्प का बहुत महत्व : सामाजिक कार्यकर्ता एवं छिंदवाड़ा पर्यटन प्रमोशन काउंसिल के सदस्य पवन श्रीवास्तव ने कहा कि किसी भी पर्यटन स्थल में वहां के कला और शिल्प का बहुत महत्व होता है. इसे पर्यटक स्मृति और धरोहर के रूप में लेकर जाते हैं, जिससे स्थानीय कलाकारों एवं लोगों आर्थिक लाभ होता है और क्षेत्र का विकास होता है. मैं इस क्षेत्र के पर्यटन विकास हेतु समर्पित हूं. अतः इस प्रकार के प्रयास आगे भी मेरे द्वारा जारी रहेंगे और अधिक से अधिक अवसर की खोज की जाती रहेगी. ऐसे सकारात्मक ऊर्जा भरे वातावरण निर्माण हेतु महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. महेंद्र गिरी, विजय सिरसाम सहित उनके समस्त स्टाफ को धन्यवाद दिया. Tribal talents showed magic, Gond painting workshop