छिंदवाड़ा। कोरोना के नए वैरिएंट को देखते हुए छिंदवााड़ा जिले के लोगों में दहशत देखी जा रही है. लेकिन प्रशासन बेपरवाह दिख रहा है. जिला अस्पताल का अधिकारियों ने निरीक्षण कर लिया लेकिन बॉर्डर पर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. अधिकारियों ने जिला अस्पताल पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया. इसमें ऑक्सीजन प्लांट से लेकर बिस्तरों की संख्या और कोविड से निपटने की तैयारियों पर चर्चा भी की गई.
नागपुर बॉर्डर से लगा है छिंदवाड़ा : खास बात यह है कि कोरोना संक्रमण के लिए छिंदवाड़ा हाई रिस्क जोन में है. इस जिले से नागपुर का बॉर्डर लगा हुआ है. जहां पर अभी तक प्रशासन ने कोई भी एहतियाती कदम नहीं उठाए. हालांकि जिला प्रशासन ने बूस्टर डोज लगाने के लिए फिर से अभियान शुरुआत करने की बात कही है. वहीं लोगों ने अपने आप मास्क लगाना शुरू कर दिया है. आमजन के लिए अभी तक जिला प्रशासन से कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है. लेकिन कोरोना महामारी से निपट चुके लोग खुद को बचाने के लिए सजग हैं.
ग्वालियर के 117 साल पुराना ऐतिहासिक मेले पर कोरोना का संकट, डरे-सहमे व्यापारी
न्यू ईयर का जश्न : छिंदवाड़ा सहित पड़ोसी जिला नागपुर में न्यू ईयर की पार्टी बड़े धूमधाम से मनाई जाती है, जिसमें हजारों की भीड़ होटलों और रिसोर्ट में नजर आती है. इसको लेकर भी प्रशासन कोई सावधानी नहीं बरत रहा. पेंच नेशनल पार्क के रिजॉर्ट्स में देशभर से लोग छुट्टियां मनाने और नए वर्ष के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में खतरा लगातार बना हुआ है.