छिन्दवाड़ा। जिले के जाटा छापर गांव में संत अमरचंद यदुवंशी ने ग्रामीणों की सालों पुरानी पानी की समस्या का समाधान कर दिया. ग्रामीण पिछले काफी वक्त से पानी की समस्या से जूझ रहे थे, लेकिन अब उनकी इस समस्या का समाधान हो गया, जिससे सभी काफी खुश हैं. पानी के लिए परेशान हो रहे गांव वालों के लिए यह पानी गंगाजल से कम नहीं और संत का प्रयास भागीरथ से कम नहीं है.
जाटा छापर गांव में पेंच नदी होने के बाद भी पानी की किल्लत थी, गांव की महिलाएं जब किसी के खेत में पानी भरने जाती, तो लोग उन्हें ताने मारते. नदी के किनारे एक आश्रम में रहने वाले संत अमरचंद यदुवंशी को यह बात चुभने लगी और उन्होंने खुद महिलाओं के सम्मान के लिए पहाड़ खोद कर गांव तक पाइपलाइन बिछा दी, जिससे गांव के सैकड़ों परिवार अपनी प्यास बुझा रहे हैं और महिलाओं की लाज भी सुरक्षित हैं.
नदी से पहाड़ के रास्ते पानी गांव तक पहुंचाने के लिए खुद ही पहाड़ की खुदाई की पाइप लाइन पिछाई. ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने मजदूरी करके करीब 40 हजार रुपये कमाए और फिर से मोटर पंप खरीदा. छिंदवाड़ा जिले के जाटा छापर के इस संत अमरचंद यदुवंशी ने महिलाओं के सम्मान और गांव वालों की प्यास के लिए मानव सेवा ही माधव सेवा के मंत्र को संत ने साकार कर दिया.