छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा के एक गांव से एक 17 वर्षीय लड़की के साथ एक 48 वर्षीय व्यक्ति कथित तौर पर जूते-चप्पल की माला पहनाई गई और फिर आसपास के तीन गांवों में जुलूस निकाला गया. दरअसल, नाबालिग युवती के रिश्तेदार के साथ भाग जाने के शक में सार्वजनिक रूप से पंचायत बैठाकर जूते-चप्पल की माला पहनाकर अपमानित किया गया था. इसके बाद पुलिस ने नाबालिग की शिकायत पर आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इसके बाद पुलिस कार्रवाई में सभी की गिरफ्तारी हुई.
पहले लगे आरोप, फिर हुई पंचायत : छिंदवाड़ा के मोहखेड़ थाना की उमरानाला चौकी के ग्राम अंबाझिरी में शनिवार सुबह को ये घटना घटी. पुलिस ने बताया कि अंबाझिरी की रहने वाली नाबालिग 20 दिन पहले घर पर किसी को बिना बताए मजदूरी करने के लिए नागपुर चली गई थी. उसी समय गांव का एक युवक भी गायब था. जब दो जून को दोनों गांव पहुंचे तो पहले तो दोनों पर आरोप लगाए गए, फिर सजा देने के लिए पंचायत बुलाई गई.
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पंचायत में हुई मारपीट, फिर निकाला गया जुलूस : मामले में गांव के लोगों का मानना था कि नाबालिग और युवक के बीच प्रेम संबंध थे, जिसके चलते वे गांव से भाग गए थे. युवक रिश्ते में नाबालिग युवती का मामा लगता है. इसके बाद पंचायत में दोनों के साथ मारपीट की गई, इतना ही नहीं बाद में सरेआम दोनों के गले में जूते-चप्पलों की माला पहना दी गई और अंबाझिरी, दर्गुढाना, हंडियापठार के सिल्लेवानी में जुलूस निकाला गया. इस मामले में मानव अधिकार आयोग के न्यायाधीश ने पुलिस अधीक्षक से 3 सप्ताह में जवाब मांगा है. इस मामले में पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल का कहना है कि जो घटना घटी थी, उस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया था. (Girl turned around with garland of shoes) (Human Rights Commission strict) (Commission sought reply from SP)