छिंदवाड़ा: पंडित श्रवण कृष्ण शास्त्री ने बताया कि " मंगल ग्रह और चंद्रमा दोनों ग्रह एक साथ लग्नकुंडली के किसी घर में एक साथ युति बनाते है तो यह युति महालक्ष्मी योग कहलाती है. मंगल गोचर करके वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे. वहीं 26 फरवरी को चंद्रमा भी गोचर करके वृषभ राशि में प्रवेश कर लेंगे. इस तरह वृषभ राशि में मंगल और चंद्रमा युति करके महालक्ष्मी राजयोग बनाएंगे. महालक्ष्मी योग बनने का प्रभाव जिस भी राशि पर पड़ता है वो मालामाल हो जाता है.
जिसकी जन्मकुंडली में ये योग: अधिकतर जन्मकुंडली में नहीं मिलता है. जिसकी जन्मकुंडली में ये योग बनता है. उसके तो "बारे-न्यारे" मतलब उस जातक की लॉटरी निकल गई. जातक हमेशा मध्य वर्ग के परिवार मे जन्म लेता है और आसमान को छूने वाली सफलताओं को प्राप्त करता है. इसलिए तो ये योग राजयोग कहलाता है. लेकिन अपनी वाणी को संयमित रखें.
वृष राशि: महालक्ष्मी योग आपके लिए अनुकूल साबित होगा. क्योंकि यह योग आपकी राशि में बनने जा रहा है. इसलिए आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. आत्मविश्वास बढ़ेगा. आपको सम्मान भी मिलेगा. आप मीडिया, फिल्म लाइन और क्रिएटिव लाइन से जुड़े हैं तो यह अवधि आपके लिए शुभ साबित होगी. नौकरीपेशा जातकों को कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिलेगी. जीवनसाथी के साथ तालमेल अच्छा रहेगा.
कुंभ राशि: महालक्ष्मी योग आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा. क्योंकि यह योग आपकी गोचर कुंडली के धन आधार पर बनने जा रहा है तो इस समय आपको पैसा वापस मिल जाएगा. आप व्यापार करते हैं तो इस अवधि में आपको अच्छा मुनाफा होगा. साथ में यात्रा करने से लाभ मिलेगा. दूसरी ओर जो लोग पर्यटन, मार्केटिंग और कार्यक्षेत्र से जुड़े हैं. उन्हें अच्छा लाभ मिल सकता है. इस समय आपके धन में वृद्धि हो सकती है. सुख के साधनों में वृद्धि हो सकती है. लेकिन अपनी वाणी को संयमित रखें.
कर्क राशि: महालक्ष्मी योग आप लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं रहेगा. क्योंकि चंद्रमा आपकी गचर कुंडली में 10वें और 5वें भाव का स्वामी है. यह युति लाभ स्थान में भी होगी. जिससे आपके सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी. साथ ही बच्चों की तरक्की के भी अवसर मिलते हैं. वहीं नौकरीपेशा लोगों के लिए प्रमोशन के अवसर मिलेंगे. साथ ही आपको सम्मान भी प्राप्त होगा. साथ ही निवेश से लाभ के योग भी हैं.