छिंदवाड़ा। "पहले अपमान करो और फिर विरोध होने लगे तो पैर धोकर माफी मांग लो, यह चाल-चरित्र और चेहरा केवल भाजपा और उसके नेताओं का ही हो सकता है." छिंदवाड़ा में कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ की बैठक लेते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए ये बाते कही.
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सीधी जिले में जो घटना हुई है उसने मध्यप्रदेश को पूरे देश में कलंकित किया है। ये घटना बताती है कि आदिवासी समाज जो मध्यप्रदेश में सबसे अधिक हैं उनके क्या हालात हैं।
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शिवराज सरकार के 18 साल बाद ये कानून व्यवस्था मध्यप्रदेश में है, ये न्याय है हमारे आदिवासी भाइयों के साथ।
―कमलनाथ pic.twitter.com/1NV40OmjMo
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— MP Congress (@INCMP) July 6, 2023
शिवराज सरकार के 18 साल बाद ये कानून व्यवस्था मध्यप्रदेश में है, ये न्याय है हमारे आदिवासी भाइयों के साथ।
―कमलनाथ pic.twitter.com/1NV40OmjMoसीधी जिले में जो घटना हुई है उसने मध्यप्रदेश को पूरे देश में कलंकित किया है। ये घटना बताती है कि आदिवासी समाज जो मध्यप्रदेश में सबसे अधिक हैं उनके क्या हालात हैं।
— MP Congress (@INCMP) July 6, 2023
शिवराज सरकार के 18 साल बाद ये कानून व्यवस्था मध्यप्रदेश में है, ये न्याय है हमारे आदिवासी भाइयों के साथ।
―कमलनाथ pic.twitter.com/1NV40OmjMo
पहले अपमान करो, विरोध हो जाए तो सम्मान करो: कमलनाथ ने कहा कि "मप्र में 18 वर्षों से भाजपा आदिवासी भाइयों, बहनों व युवाओं पर अत्याचार कर रही है, भाजपा के नेता हर मोर्चे पर उन्हें अपमानित करने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे. प्रदेश में आदिवासियों की सर्वाधिक संख्या है, फिर भी वे अपने आत्म सम्मान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, इन विषम परिस्थितयों में सामाजिक बंधुओं को एकजुटता का परिचय देना चाहिए. प्रदेश के सीधी जिले में भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला ने सड़क किनारे बैठे आदिवासी भाई पर पेशाब कर ना केवल सर्व आदिवासी समाज का निरादर किया, बल्कि मप्र की छवि को पूरे देश में धूमिल करने का काम भी किया है. पहले अपमान करो और फिर विरोध होने लगे तो पैर धोकर माफी मांग लो, यह चाल, चरित्र और चेहरा केवल भाजपा और उसके नेताओं का ही हो सकता है."
भाजपा के घमंड तोड़ने का समय: कमलनाथ ने आगे कहा कि "भाजपा को 18 साल बाद बादल भोई जी, रानी दुर्गावती सहित अन्य आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की याद आ रही है. भाजपा के इस अपमान का बदला लेने का समय भी नजदीक आ रहा है, लोकसभा और विधानसभा में भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएं तभी उनका सत्ता का घमंड टूटेगा. आदिवासियों की जमीन सुरक्षित है केवल कांग्रेस सरकार के समय इंदिरा गांधी जी द्वारा बनाए गए कानून की वजह से है. कांग्रेस ने ही आदिवासियों के हितों और अधिकारों को सुरक्षित रखने का काम किया है."
पैर धोने पर भी नहीं मिलेगी माफी: कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ की आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए सांसद नकुलनाथ ने कहा कि "भाजपा के नेताओं ने आदिवासियों के अपमान करने की चरम सीमा को लांघ चुके हैं, सीधी में जो घटना हुई है वह निंदनीय है, इसका जवाब आप सभी को देना होगा. भाजपा के नेता फिर बरगलाने आयेंगे, किन्तु आपको उनके बहकावे में नहीं आना है. वे 18 साल से आदिवासियों का अपमान कर रहे हैं, अब पैर धोने पर भी नहीं मिलेगी माफी."
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सीधी में दलित पर बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा किया गया था पेशाब: सीधी में दलित पर बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा पेशाब करने की घटना से बैकफुट पर आई बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुटी है, प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित दशमत रावत को सीएम हाउस बुलाकर उसे सम्मान से कुर्सी पर बैठाकर उसके पैर पखारे. इसके बार तिलक किया और फिर शॉल उड़ाकर सम्मान किया, सीएम ने पीड़ित को नारियल और भगवान गणेश की प्रतिमा भेंट की सीएम ने घटना को लेकर दुख व्यक्त किया. सीएम ने कहा कि घटना से मेरा मन द्रवित है, मुख्यमंत्री ने घटना को लेकर पीड़ित से मांफी है.