सतना: मध्य प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह शनिवार को सतना पहुंचे. जहां उन्होंने करीब 900 करोड़ रुपए के विकास कार्य का भूमि पूजन एवं लोकार्पण किया. मंच से विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा "एक समय यह भी था जब पूरे संभाग के लिए 900 करोड़ रुपए का बजट हुआ करता था. आज इतना बजट सिर्फ एक जिले के लिए है. इसके साथ ही उन्होंने लंबे समय से एक ही जगह पर टिके अधिकारियों की लिस्ट तैयार कर उनका स्थानांतरण करने की बात कही."
लोक निर्माण मंत्री ने कहा- हमने एक टैगलाइन तय किया है "लोक निर्माण से लोक कल्याण"
जिस दिन हमने पहली बार पदभार संभाला था हमने एक टैगलाइन तय की थी कि "लोक निर्माण से लोक कल्याण". हमने एक लोकपथ ऐप बनाया है, यह एक ऐसा ऐप है जिसे कोई भी अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर सकता है.
अगर लोक निर्माण विभाग की सड़क कहीं पर है और उसमें गड्ढा है तो अगर आप जियो टैग की फोटो उसमें अपलोड करते हैं तो सात दिवस के अंदर यह गड्ढा पूरा भरकर उसकी फोटो दोबारा अपलोड की जाएगी. और अगर संबंधित इंजीनियर द्वारा गड्ढे को भरकर दोबारा फोटो अपलोड नहीं की गई, तो विभाग उसे पर कार्रवाई करेगा. इस पर कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाइयां भी हो चुकी हैं.
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हम जिम्मेदारी तय कर रहे हैं कि आने वाले समय में जो भी डामर खरीदा जाएगा केवल सरकारी रिफाइनरी से खरीदा जाएगा. और जब वहां से डामर का टैंकर निकलेगा तो वह डिजिटल लॉक के साथ निकलेगा. वह जहां पर जाएगा वहां पर संबंधित इंजीनियर के पास उसकी ओटीपी आएगी जिससे उसके लॉक को खोला जाएगा.
गुणवत्तायुक्त कार्य नहीं होने पर तय होगी जिम्मेदारी
पूरे प्रदेश में यह तय हो गया है कि हर महीने की पांच और 20 तारीख को कहीं पर भी किसी भी सड़क पर हम निरीक्षण करने अधिकारियों के साथ जाएंगे. जिसकी सूचना उन्हें केवल एक दिन पहले दी जाएगी. 20 फरवरी को ही सारे लोग निरीक्षण के लिए सड़कों पर ही थे. कल उसकी रिपोर्ट आई है, जिसमें एक सब इंजीनियर और एक एसडीओ सस्पेंड हुए हैं. कुछ को कारण बताओं नोटिस जारी किए हैं और कुछ ठेकेदारों को ब्लैकलिस्टेड करने की कार्रवाई हो रही है. अगर कहीं पर भी गुणवत्ता युक्त कार्य नहीं होगा तो जिम्मेदारी तो तय करनी होगी.