छिंदवाड़ा। लॉकडाउन 3.0 के चलते शहर में मजदूरों का पलायन बड़ी संख्या में लगातार हो रहा है. अपनी जान को जोखिम में रखकर मजदूर ट्रक में बेहिसाब भरे हैं और साथ में ऊपर की छतों पर भी जान हथेली में लेकर जा रहे हैं. यही नहीं ट्रक चालक ने तो बताया वो मुंबई से मजदूरों को लेकर आ रहा है ना ही उसके पास कोई परमिशन है और ना ही बॉर्डर पर कोई चेकिंग हुई. सोशल डिस्टेंस की बात ड्राइवर ने मानी पर कहा कि बॉर्डर पर जो लोग बैठे हुए हैं. जहां चेकिंग हो रही है, वो लोग ही ट्रक में जबरदस्ती लोगों को बिठा दे रहे हैं. मना करने पर आगे जाने की अनुमति नहीं दी जा रही. जबकि बॉर्डर से संबंधित तहसीलदार ने इस बात का सीधा खंडन किया पर हकीकत कुछ और ही है.
लॉकडाउन 3.0 चल रहा है, लगातार प्रशासन और सरकार की तरफ से दिशा-निर्देश आ रहे हैं कि कोरोना वायरस की बीमारी को हराने में सबसे मुख्य बात है कि सोशल डिस्टेंस बनाएं रखें, लोग आपस में एक दूसरे के संपर्क में ना आएं. वहीं बॉर्डर से आसानी से आ रहे ट्रक में सोशल डिस्टेंस का खुलेआम मजाक उड़ रहा है. ट्रक ड्राइवर की माने तो उसने बताया कि वो मुंबई से आ रहा है मजदूरों को लेकर. जब उससे ईटीवी भारत ने पूछा कि वो इतने मजदूर क्यों ला रहे हैं और सोशल डिस्टेंस का पालन क्यों नहीं हो रहा. तब उन्होंने बताया कि साहब मजदूर तो कम थे, लेकिन जहां-जहां से चेक पोस्ट से गुजर रहे हैं. वहां पर कोई दो चार मजदूर मिल जाते हैं तो उन्हें अधिकारियों द्वारा जबरदस्ती बिठा दिया जाता है और मना करने पर वो आगे जाने की अनुमति नहीं देते. मजबूरन उन लोगों को बिठाना पड़ रहा है.
वहीं चेक पोस्ट पर बैठे पटवारी की माने तो वो भी सिर्फ अपने नाम के लिए ड्यूटी कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो रहा और हम कर भी क्या सकते हैं. सौसर तहसील के तहसीलदार ने साफ इंकार किया कि हमारी बॉर्डर से कोई ट्रक बिना सोशल डिस्टेंस के पालन करें नहीं निकल रहा है. साथ में उन्होंने कहा कि हमारे पास जो भी मजदूर आ रहे हैं. हम उनको सोशल डिस्टेंस का पालन करा रहे हैं और उनकी व्यवस्था कर कर भेज रहे हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. ईटीवी भारत ने सिल्लेवानी घाट पर बनी चेकपोस्ट पर ये नजारा देखा कि ट्रक में कई लोग भरे पड़े हैं. जहां सोशल डिस्टेंस का नामोनिशान नहीं है. यहां तक कि ट्रक की छतों पर भी लोग बेतहाशा बैठे हुए थे. उन्हें किसी प्रकार का खौफ नहीं. घाटी वाली सड़क पर कोई बड़े हादसे को निमंत्रण दे रहे हैं ऐसे लोग.