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कचरा परिवहन में हुई गड़बड़ी का बड़ा खुलासा, जांच रिपोर्ट में मिली कई खामियां - छिंदवाड़ा जिला प्रशासन

छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में कचरा परिवहन में हुई गड़बड़ी का बड़ा खुलासा हुआ है. समिति ने सीएमओ राजकुमार इवनाती को 7 बिंदुओं पर पूरी जांच रिपोर्ट सौपी है. अब यह मामला परिषद की बैठक में रखा जाएगा.

Chhindwara News
छिंदवाड़ा न्यूज
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Published : Aug 11, 2020, 4:04 AM IST

छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में कचरा परिवहन में हुई में गड़बड़ी का बड़ा खुलासा हुआ है. समिति ने सीएमओ राजकुमार इवनाती को 7 बिंदुओं पर पूरी जांच रिपोर्ट सौपी है. इस जांच रिपोर्ट में कई गड़बड़ी मिली हैं, जिसको लेकर ठेकेदार संदेह के घेरे में आ गया है.

मिली जानकारी के मुताबिक 7 सदस्यीय जांच समिति द्वारा की गई जांच में पाया गया की CCTV कैमरे लगाने के बावजूद अलग रास्ते से डंपरों से कचरा परिवहन नहीं किया गया था , डंपरों में 600 क्यूबिक कचरा नहीं पाया गया है, CCTV कैमरे में 6 से 8 बकेट कचरा भरा गया था, जब कि टू टेन बकेट की क्षमता 35 क्यूबिक की होती है. कचरा परिवहन के दौरान किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों ने निरीक्षण नहीं किया गया था, कचरा टेंडर प्रक्रिया से पूर्व अनुमानित घन मीटर में मात्रा का आंकलन भी नहीं किया गया, और नगर पालिका द्वारा ठेकेदार को भुगतान करने से पहले 600 क्यूबिक फिट की गाड़ी का भौतिक सत्यापन तक नहीं किया गया, लिहाजा अंतिम जांच में पाया गया कि प्रत्येक डंपर में 50 से 60 फीसदी कचरा कलमगांव परिवहन किया जा रहा था.

सोमवार को कचरा परिवहन मामले में रिपोर्ट सीएमओ को सौपी गई, जांच रिपोर्ट में समिति में कुल 7 सदस्य थे, लेकिन इन 7 में से वार्ड पार्षद एवं पूर्व सभापति सुरेश खोड़े गायब रहे, जो चर्चाओं का विषय बना रहा. यही नहीं उन्होंने जांच रिपोर्ट में हस्ताक्षर तक नहीं किए थे. जब कि इस रिपोर्ट में पार्षद उमेश आसतकर, सतीश बॉम्बल, नरेंद्र ठाकुर, मदन भांगे, पुरुषोत्तम कोल्हे और किशोर धोटे के हस्ताक्षर पाए गए हैं. जिन्होंने सीएमओ से मुलाकात करके जांच रिपोर्ट सौपी है. अब यह मामला परिषद की बैठक में रखा जाएगा.

छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में कचरा परिवहन में हुई में गड़बड़ी का बड़ा खुलासा हुआ है. समिति ने सीएमओ राजकुमार इवनाती को 7 बिंदुओं पर पूरी जांच रिपोर्ट सौपी है. इस जांच रिपोर्ट में कई गड़बड़ी मिली हैं, जिसको लेकर ठेकेदार संदेह के घेरे में आ गया है.

मिली जानकारी के मुताबिक 7 सदस्यीय जांच समिति द्वारा की गई जांच में पाया गया की CCTV कैमरे लगाने के बावजूद अलग रास्ते से डंपरों से कचरा परिवहन नहीं किया गया था , डंपरों में 600 क्यूबिक कचरा नहीं पाया गया है, CCTV कैमरे में 6 से 8 बकेट कचरा भरा गया था, जब कि टू टेन बकेट की क्षमता 35 क्यूबिक की होती है. कचरा परिवहन के दौरान किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों ने निरीक्षण नहीं किया गया था, कचरा टेंडर प्रक्रिया से पूर्व अनुमानित घन मीटर में मात्रा का आंकलन भी नहीं किया गया, और नगर पालिका द्वारा ठेकेदार को भुगतान करने से पहले 600 क्यूबिक फिट की गाड़ी का भौतिक सत्यापन तक नहीं किया गया, लिहाजा अंतिम जांच में पाया गया कि प्रत्येक डंपर में 50 से 60 फीसदी कचरा कलमगांव परिवहन किया जा रहा था.

सोमवार को कचरा परिवहन मामले में रिपोर्ट सीएमओ को सौपी गई, जांच रिपोर्ट में समिति में कुल 7 सदस्य थे, लेकिन इन 7 में से वार्ड पार्षद एवं पूर्व सभापति सुरेश खोड़े गायब रहे, जो चर्चाओं का विषय बना रहा. यही नहीं उन्होंने जांच रिपोर्ट में हस्ताक्षर तक नहीं किए थे. जब कि इस रिपोर्ट में पार्षद उमेश आसतकर, सतीश बॉम्बल, नरेंद्र ठाकुर, मदन भांगे, पुरुषोत्तम कोल्हे और किशोर धोटे के हस्ताक्षर पाए गए हैं. जिन्होंने सीएमओ से मुलाकात करके जांच रिपोर्ट सौपी है. अब यह मामला परिषद की बैठक में रखा जाएगा.

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