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छिंदवाड़ा: लॉकडाउन से मुरझाए फूल, लाखों का व्यवसाय हुआ चौपट

लॉकडाउन में गुलाब, सेवंती और लिली के फूलों की खेती उजड़ गई, फूलों के उत्पादन पर अब ब्रेक लग गया हैं. आलम ये है कि, इन फूलों की आवक काफी कम हो गई हैं, जिससे दुकानदारों का व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया.

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Published : Jul 18, 2020, 10:45 AM IST

Updated : Jul 18, 2020, 12:46 PM IST

Flowers in Pandhurna have reduced
फूल की आवक हुई कम

छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में फूलों की आवक काफी कम हो गई है. आलम यह हैं कि, पूजा पाठ और हार के लिए फूल नसीब नहीं हो रहे हैं, दुकानदारों का व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया, फूलों की कमी से बेहद परेशान हैं. फूल का उपयोग पूजा- पाठ समेत कई कार्यक्रमों में किया जाता हैं, लेकिन लॉकडाउन के बाद से फूलों की आवक पर ब्रेक लग गया है. बताया जा रहा है कि, लॉकडाउन के बाद इन फूलों की खेती उजड़ गई, जिससे फूलों के उत्पादन पर ब्रेक लग गया हैं. दुकानदारों के मुताबिक अब फूलों की आवक केवल महाराष्ट्र के नागपुर पर निर्भर हैं, जहां से इन फूलों की खेप पांढुर्णा पहुंचती हैं. अगर किसी दिन फूल नहीं मिलते हैं तो दुकानदारों को खाली बैठना पड़ता है.

उजड़ गई फूलों की खेती

दुकानदारों का कहना है कि, पांढुर्णा में गुलाब, सेवंती, लिली और रजनीगंधा के फूलों की सबसे ज्यादा डिमांड हैं, वर्तमान में इसकी आवक कम होने से इसके दामों में भी उछाल आया हैं. दुकानदारों के मुताबिक गुलाब के फूल 300 रुपये किलो मिल रहे हैं, लिली के फूल 20 रुपये की जगह 100 रुपये के हिसाब से खरीदे जा रहे हैं, वहीं सेवंती के फूल 50 रुपए किलो खरीदी जा रहे हैं.

Flowers in Pandhurna have reduced
फूल की आवक हुई कम

पांढुर्णा क्षेत्र में उजड़ी फूलों की खेती

जानकारी के मुताबिक, पांढुर्णा क्षेत्र के आठ गांव जिनमें मोरडोंगरी, गोरलीखापा, सिराठा, मोहि, चिचखेड़ा, पांढुर्णा, बिछुआ,दड़ीमेटा गांव में सबसे ज्यादा सेवंती के फूलों की खेती होती हैं लेकिन लॉकडाउन से इन फूलों की खेती उजड़ गई हैं. जिसके बाद किसानों ने अब नई फूलों की खेती की शुरूआत जून महीने में दोबारा से की है.

छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में फूलों की आवक काफी कम हो गई है. आलम यह हैं कि, पूजा पाठ और हार के लिए फूल नसीब नहीं हो रहे हैं, दुकानदारों का व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया, फूलों की कमी से बेहद परेशान हैं. फूल का उपयोग पूजा- पाठ समेत कई कार्यक्रमों में किया जाता हैं, लेकिन लॉकडाउन के बाद से फूलों की आवक पर ब्रेक लग गया है. बताया जा रहा है कि, लॉकडाउन के बाद इन फूलों की खेती उजड़ गई, जिससे फूलों के उत्पादन पर ब्रेक लग गया हैं. दुकानदारों के मुताबिक अब फूलों की आवक केवल महाराष्ट्र के नागपुर पर निर्भर हैं, जहां से इन फूलों की खेप पांढुर्णा पहुंचती हैं. अगर किसी दिन फूल नहीं मिलते हैं तो दुकानदारों को खाली बैठना पड़ता है.

उजड़ गई फूलों की खेती

दुकानदारों का कहना है कि, पांढुर्णा में गुलाब, सेवंती, लिली और रजनीगंधा के फूलों की सबसे ज्यादा डिमांड हैं, वर्तमान में इसकी आवक कम होने से इसके दामों में भी उछाल आया हैं. दुकानदारों के मुताबिक गुलाब के फूल 300 रुपये किलो मिल रहे हैं, लिली के फूल 20 रुपये की जगह 100 रुपये के हिसाब से खरीदे जा रहे हैं, वहीं सेवंती के फूल 50 रुपए किलो खरीदी जा रहे हैं.

Flowers in Pandhurna have reduced
फूल की आवक हुई कम

पांढुर्णा क्षेत्र में उजड़ी फूलों की खेती

जानकारी के मुताबिक, पांढुर्णा क्षेत्र के आठ गांव जिनमें मोरडोंगरी, गोरलीखापा, सिराठा, मोहि, चिचखेड़ा, पांढुर्णा, बिछुआ,दड़ीमेटा गांव में सबसे ज्यादा सेवंती के फूलों की खेती होती हैं लेकिन लॉकडाउन से इन फूलों की खेती उजड़ गई हैं. जिसके बाद किसानों ने अब नई फूलों की खेती की शुरूआत जून महीने में दोबारा से की है.

Last Updated : Jul 18, 2020, 12:46 PM IST
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