ETV Bharat / state

रबी के सीजन में इन फसलों का चुनाव कर किसान कमा सकते हैं अधिक लाभ: कृषि वैज्ञानिक - Chhindwara Agricultural Research Center

रबी के सीजन में किसान दलहन-तिलहन की फसल लगाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं, नई तकनीक के इस्तेमाल से लागत भी कम आती है और दहलन-तिलहन की बाजार में हमेशा डिमांड भी रहती है, इससे किसानों को अपनी उपज बेचने में भी आसानी होती है.

Farmers can earn more profit by choosing pulses crops
छिंदवाड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र
author img

By

Published : Sep 24, 2021, 5:11 PM IST

छिंदवाड़ा। रबी के सीजन में पारंपरिक फसलें लगाकर अगर खेती से लाभ नहीं हो रहा है तो इन फसलों को लगाकर किसान कम लागत में अच्छी कमाई कर सकते हैं, छिंदवाड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और कृषि कॉलेज के डीन डॉ. विजय पराड़कर बता रहे हैं कि कैसे कम लागत से आप खेती कर ज्यादा कमाई कर सकते हैं.

शतक की ओर MP! 27 सितंबर तक 100 फीसदी Vaccination का टारगेट

दलहन-तिलहन लगाकर कमाएं अधिक मुनाफा

डॉक्टर विजय पराड़कर ने बताया कि ज्यादातर किसान गेहूं और ज्यादा पानी वाली फसलें लगाते हैं, जबकि उत्पादन ज्यादा हो रहा है और मांग घट रही है, फिलहाल अभी 280 लाख टन धान का भंडारण है, मांग कम इसलिए है कि किसानों को सही भाव नहीं मिल पाते हैं, इसकी जगह अगर किसान दलहन और तिलहन की फसल लगाएंगे तो बाजारों में मांग ज्यादा रहेगी, उसके भाव भी अच्छे मिलेंगे, इससे किसान आसानी से ज्यादा कमाई कर सकते हैं.

छिंदवाड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और कृषि कॉलेज के डीन डॉ. विजय पराड़कर

कम लागत में तकनीक के सहारे ज्यादा उपज

कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि रबी के सीजन में सिंचाई आधारित फसल लगाई जाती है, लेकिन दलहन और तिलहन में पानी कम लगता है, जिसमें तोरिया, करड़, सरसो, चना शामिल हैं. इन फसलों की बाजार में मांग भी ज्यादा रहती है, इनमें लागत भी कम आती है. आजकल कृषि के क्षेत्र में तकनीक भी बहुत अधिक आ गई है, इन तकनीकों के माध्यम से कम लागत और कम पानी के खर्च में भी अच्छी फसल लगा सकते हैं.

तिलहन के लिए आयात पर निर्भर है भारत

कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि भारत में तिलहन का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है, जिसके लिए दूसरे देशों से आयात करना पड़ता है, यही वजह है कि तेल की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं, ऐसे में अगर हमारे देश में ही तिलहन की फसलों का उत्पादन बढ़ेगा तो किसानों की कमाई भी दोगुनी होगी और देश की आर्थिक उन्नति में सहयोग भी होगा.

छिंदवाड़ा। रबी के सीजन में पारंपरिक फसलें लगाकर अगर खेती से लाभ नहीं हो रहा है तो इन फसलों को लगाकर किसान कम लागत में अच्छी कमाई कर सकते हैं, छिंदवाड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और कृषि कॉलेज के डीन डॉ. विजय पराड़कर बता रहे हैं कि कैसे कम लागत से आप खेती कर ज्यादा कमाई कर सकते हैं.

शतक की ओर MP! 27 सितंबर तक 100 फीसदी Vaccination का टारगेट

दलहन-तिलहन लगाकर कमाएं अधिक मुनाफा

डॉक्टर विजय पराड़कर ने बताया कि ज्यादातर किसान गेहूं और ज्यादा पानी वाली फसलें लगाते हैं, जबकि उत्पादन ज्यादा हो रहा है और मांग घट रही है, फिलहाल अभी 280 लाख टन धान का भंडारण है, मांग कम इसलिए है कि किसानों को सही भाव नहीं मिल पाते हैं, इसकी जगह अगर किसान दलहन और तिलहन की फसल लगाएंगे तो बाजारों में मांग ज्यादा रहेगी, उसके भाव भी अच्छे मिलेंगे, इससे किसान आसानी से ज्यादा कमाई कर सकते हैं.

छिंदवाड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और कृषि कॉलेज के डीन डॉ. विजय पराड़कर

कम लागत में तकनीक के सहारे ज्यादा उपज

कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि रबी के सीजन में सिंचाई आधारित फसल लगाई जाती है, लेकिन दलहन और तिलहन में पानी कम लगता है, जिसमें तोरिया, करड़, सरसो, चना शामिल हैं. इन फसलों की बाजार में मांग भी ज्यादा रहती है, इनमें लागत भी कम आती है. आजकल कृषि के क्षेत्र में तकनीक भी बहुत अधिक आ गई है, इन तकनीकों के माध्यम से कम लागत और कम पानी के खर्च में भी अच्छी फसल लगा सकते हैं.

तिलहन के लिए आयात पर निर्भर है भारत

कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि भारत में तिलहन का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है, जिसके लिए दूसरे देशों से आयात करना पड़ता है, यही वजह है कि तेल की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं, ऐसे में अगर हमारे देश में ही तिलहन की फसलों का उत्पादन बढ़ेगा तो किसानों की कमाई भी दोगुनी होगी और देश की आर्थिक उन्नति में सहयोग भी होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.