छिंदवाड़ा। थोक सब्जी मंडी कोरोना वायरस के चलते व्यापारियों ने 7 दिनों के लिए स्वेच्छा से बंद की गई है. 23 सितंबर से 30 सितंबर तक थोक सब्जी मंडी बंद है, जिसके चलते सब्जी उत्पादन करने वाले किसानों के सामने अब सब्जी बेचने का संकट हो गया है. आलम यह है कि किसान मजबूरी में सस्ते में सब्जी बेच रहा है.
एक तरफ थोक सब्जी मंडी बंद होने से किसानों की सब्जी बिक नहीं रही है. मजबूरी में किसान फुटकर व्यापारियों को सस्ते में बेच कर चले जा रहे हैं, लेकिन वहीं फुटकर व्यापारी महंगे दामों में सब्जियां बेच रहे हैं. जिसके चलते किसानों को तो परेशानी है ही, खरीददार को भी सब्जी महंगे दामों में मिल रही है.
छिंदवाड़ा के आसपास 50 गांव में की जाती है सब्जी की खेती
छिंदवाड़ा शहर के आसपास के करीब 50 गांव में सब्जी की खेती किसान करते हैं. जो छिंदवाड़ा सब्जी मंडी में बेचते हैं लेकिन 7 दिनों तक बंद होने की वजह से मजबूरी में उन्हें फुटकर दुकानदारों के सहारे रहना पड़ रहा है. क्योंकि अभी तक शहर से सार्वजनिक यातायात भी चालू नहीं हुए हैं. जिसकी वजह से किसी दूसरे शहर में ले जाकर बेचने में भी उन्हें परेशानी हो रही है.
किसानों का कहना है कि थोक सब्जी मंडी बंद कर कोरोनावायरस की चेन तोड़ने का प्रयास तो किया जा रहा है, लेकिन फुटकर सब्जी मंडी में लगातार भीड़ उमड़ रही है जिसकी वजह से किसानों को परेशानी तो हो रही है पर कोरोना की चेन टूटेगी यह कहना मुश्किल है.