छिंदवाड़ा। शुक्रवार को पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त किसानों के खातों में हस्तांतरित की. पीएम ने 9 करोड़ से अधिक किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर की. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा में किसानों को नोटिस जारी कर राशि वापस मांगी जा रही है.
कई किसानों से वापस ली सम्मान निधि
किसानों से पीएम सम्मान निधि वापस लेने की पड़ताल करने जब ईटीवी भारत, मोहखेड़ विकासखंड के जूनापानी गांव पहुंचा, तो वहा किसान कन्हैया चौधरी ने बताया कि उनके और उनकी पत्नी केकई चौधरी के खाते में किसान सम्मान निधि आई थी, क्योंकि उनकी जमीन जूनापानी हल्का में है और पत्नी की जमीन रजाड़ा हल्का में है. दोनों के खाते में सम्मान निधि आई, लेकिन आज पटवारी उन्हें सम्मान निधि वापस करने के लिए कह रहे हैं. वहीं इस मामले में प्रशासन का कहना है कि 'एक परिवार में एक ही व्यक्ति को सम्मान निधि देने का प्रावधान' है.
सम्मान निधि वापसी के नाम पर छलावा
किसान कन्हैया चौधरी का कहना है कि उन्होंने कभी सरकार से पैसों की मांग नहीं की थी, सरकार ने उन्हें सम्मान निधि दे तो दी लेकिन अब फिर वापस मांगने के लिए नोटिस दिए जा रहे हैं. यह किसी अपमान से कम नहीं है. कई किसान तो मजबूरी में शासन के डर से सम्मान निधि लौटा रहे हैं.
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शिवराज सरकर अजब है - ग़ज़ब है ?
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 25, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत चुनावों को देखते हुए पहले खाते में किश्त की राशि डाली फिर नोटिस भेजकर सम्मान निधि वापस माँगकर किसान भाइयों का किया जा रहा घोर अपमान ?
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— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 25, 2020
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत चुनावों को देखते हुए पहले खाते में किश्त की राशि डाली फिर नोटिस भेजकर सम्मान निधि वापस माँगकर किसान भाइयों का किया जा रहा घोर अपमान ?शिवराज सरकर अजब है - ग़ज़ब है ?
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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत चुनावों को देखते हुए पहले खाते में किश्त की राशि डाली फिर नोटिस भेजकर सम्मान निधि वापस माँगकर किसान भाइयों का किया जा रहा घोर अपमान ?
राशि वापसी पर कमलनाथ का ट्वीट
किसानों से सम्मान निधि वापस लेने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है. कमलनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत चुनाव को देखते हुए पहले खाते में राशि डाली फिर नोटिस भेजकर सम्मान निधि वापस मांगकर किसान भाइयों का घोर अपमान किया जा रहा है. उन्होंने लिखा कि कुछ को तो जितनी राशि दी नहीं उससे ज्यादा वापसी का नोटिस कुछ को झूठा आयकर दाता कुछ को अपात्र बताकर राशि वापसी के नोटिस किसानों का अपमान करना दमन करना भाजपा सरकार की आदत बन चुकी है.