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कुत्ते को मिला वफादारी का इनाम, संपत्ति का बना हकदार - पालतू कुत्ता जैकी

छिंदवाड़ा जिले के चौरई के एक किसान ने अपनी जायदाद के आधे हिस्से का वारिस अपने पालतू कुत्ते को बनाया है, जबकि आधा हिस्सा दूसरी पत्नी के नाम किया है.

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पालतू कुत्ते को बनाया वारिस
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Published : Dec 30, 2020, 10:39 AM IST

Updated : Dec 30, 2020, 6:18 PM IST

छिंदवाड़ा। यूं तो कुत्ते की वफादारी की मिसाल दी जाती है. लेकिन छिंदवाड़ा में एक कुत्ते को उसकी वफादारी के लिए इनाम मिला है. बाड़ी बड़ा गांव निवासी किसान ओम नारायण ने अपने कुत्ते की वफादारी का इनाम दिया है. और उसे अपनी जायदाद के पचास फीसदी हिस्से का हकदार बना दिया है. किसान ने बाकायदा अपनी वसीयत में अपनी जायदाद का आधा हिस्सा अपने कुत्ते के नाम किया है, जबकि आधा हिस्सा अपनी दूसरी पत्नी चंपा के नाम किया है. ये पूरा मामला चौरई थाना क्षेत्र का है.

वफादारी का इनाम

किसान अपने बेटों के व्यवहार से नाराज था, जिसके चलते उसने अपनी वसीयत में अपने बेटे की जगह पालतू कुत्ते को जायदाद का हिस्सेदार बना दिया. किसान ने कानूनी शपथ पत्र बनाकर अपने पालतू कुत्ते को वारिस घोषित किया है, जिसका नाम जैकी है.

50 वर्षीय किसान ओम नारायण वर्मा ने अपनी वसीयत में लिखा है कि 'मेरी सेवा मेरी पत्नी और पालतू कुत्ता करता है. इसलिए मेरे जीते जी वह मेरे लिए सबसे अधिक प्रिय हैं. मेरे मरने के बाद पूरी संपत्ति और जमीन-जायदाद के हकदार पत्नी चम्पा वर्मा और पालतू कुत्ता जैकी होंगे. साथ ही कुत्ते की सेवा करने वाले को जायदाद का अगला वारिस माना जायेगा.

मेरे बाद जैकी का क्या होगा

ओम नारायण वर्मा का कहना है कि वह अपने पालतू कुत्ते जैकी से बेहद प्यार करते हैं. उन्हें डर है कि अगर वह इस दुनिया में नहीं रहे तो उनेके पालतू कुत्ते जैकी का क्या होगा. इसलिए उन्होंने अपनी जायदाद का हिस्सेदार कुत्ते को भी बनाया है. जो भी बाद में कुत्ते की देखरेख करेगा वह उस जमीन का हकदार होगा.

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वसियतनामा

जैकी से है विशेष लगाव

वसीयत को पढ़ा जाए तो ओम वर्मा ने अपनी संपत्ति का आधा हिस्सा जैकी के नाम करने की वजह बताई है. वसीयत के अनुसार, उसकी देखभाल पत्नी चम्पा द्वारा की जा रही है. इसलिए संपत्ति का आधा हिस्सा चम्पा के नाम किया है, जबकि 11 माह का जैकी हमेशा उसके साथ रहता है और देखभाल करता है, जिसके चलते जैकी के नाम संपत्ति का दूसरा हिस्सा किया गया है.

पढ़ें- नए पैटर्न पर होगी 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा

जैकी की देखभाल करने वाले को अधिकार

वसीयत के अनुसार, जो भी व्यक्ति जैकी के साथ रहेगा और उसकी देख-रेख करेगा, उसे ही संपत्ति का अगला वारिस घोषित किया जायेगा.

ओम वर्मा की हैं दो पत्नियां

बाड़ी बड़ा निवासी ओम वर्मा की दो पत्नियां हैं, ग्रामीणों का कहना है कि उनका दो बार विवाह हुआ था. पहली पत्नी धनवंती वर्मा है, जिससे ओम वर्मा को तीन बेटियां और एक बेटा है, जबकि दूसरी पत्नी चम्पा वर्मा है, जिससे दो बेटियां हैं.

18 एकड़ जमीन का मालिक है किसान

बाड़ी बड़ा निवासी ओम वर्मा करोड़ो की संपत्ति का मालिक हैं, बताया जा रहा है कि उनके पास 18 एकड़ जमीन है. साथ ही अन्य संपत्तियां भी हैं, जिसके हकदार उनका कुत्ता और दूसरी पत्नी है.

छिंदवाड़ा। यूं तो कुत्ते की वफादारी की मिसाल दी जाती है. लेकिन छिंदवाड़ा में एक कुत्ते को उसकी वफादारी के लिए इनाम मिला है. बाड़ी बड़ा गांव निवासी किसान ओम नारायण ने अपने कुत्ते की वफादारी का इनाम दिया है. और उसे अपनी जायदाद के पचास फीसदी हिस्से का हकदार बना दिया है. किसान ने बाकायदा अपनी वसीयत में अपनी जायदाद का आधा हिस्सा अपने कुत्ते के नाम किया है, जबकि आधा हिस्सा अपनी दूसरी पत्नी चंपा के नाम किया है. ये पूरा मामला चौरई थाना क्षेत्र का है.

वफादारी का इनाम

किसान अपने बेटों के व्यवहार से नाराज था, जिसके चलते उसने अपनी वसीयत में अपने बेटे की जगह पालतू कुत्ते को जायदाद का हिस्सेदार बना दिया. किसान ने कानूनी शपथ पत्र बनाकर अपने पालतू कुत्ते को वारिस घोषित किया है, जिसका नाम जैकी है.

50 वर्षीय किसान ओम नारायण वर्मा ने अपनी वसीयत में लिखा है कि 'मेरी सेवा मेरी पत्नी और पालतू कुत्ता करता है. इसलिए मेरे जीते जी वह मेरे लिए सबसे अधिक प्रिय हैं. मेरे मरने के बाद पूरी संपत्ति और जमीन-जायदाद के हकदार पत्नी चम्पा वर्मा और पालतू कुत्ता जैकी होंगे. साथ ही कुत्ते की सेवा करने वाले को जायदाद का अगला वारिस माना जायेगा.

मेरे बाद जैकी का क्या होगा

ओम नारायण वर्मा का कहना है कि वह अपने पालतू कुत्ते जैकी से बेहद प्यार करते हैं. उन्हें डर है कि अगर वह इस दुनिया में नहीं रहे तो उनेके पालतू कुत्ते जैकी का क्या होगा. इसलिए उन्होंने अपनी जायदाद का हिस्सेदार कुत्ते को भी बनाया है. जो भी बाद में कुत्ते की देखरेख करेगा वह उस जमीन का हकदार होगा.

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वसियतनामा

जैकी से है विशेष लगाव

वसीयत को पढ़ा जाए तो ओम वर्मा ने अपनी संपत्ति का आधा हिस्सा जैकी के नाम करने की वजह बताई है. वसीयत के अनुसार, उसकी देखभाल पत्नी चम्पा द्वारा की जा रही है. इसलिए संपत्ति का आधा हिस्सा चम्पा के नाम किया है, जबकि 11 माह का जैकी हमेशा उसके साथ रहता है और देखभाल करता है, जिसके चलते जैकी के नाम संपत्ति का दूसरा हिस्सा किया गया है.

पढ़ें- नए पैटर्न पर होगी 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा

जैकी की देखभाल करने वाले को अधिकार

वसीयत के अनुसार, जो भी व्यक्ति जैकी के साथ रहेगा और उसकी देख-रेख करेगा, उसे ही संपत्ति का अगला वारिस घोषित किया जायेगा.

ओम वर्मा की हैं दो पत्नियां

बाड़ी बड़ा निवासी ओम वर्मा की दो पत्नियां हैं, ग्रामीणों का कहना है कि उनका दो बार विवाह हुआ था. पहली पत्नी धनवंती वर्मा है, जिससे ओम वर्मा को तीन बेटियां और एक बेटा है, जबकि दूसरी पत्नी चम्पा वर्मा है, जिससे दो बेटियां हैं.

18 एकड़ जमीन का मालिक है किसान

बाड़ी बड़ा निवासी ओम वर्मा करोड़ो की संपत्ति का मालिक हैं, बताया जा रहा है कि उनके पास 18 एकड़ जमीन है. साथ ही अन्य संपत्तियां भी हैं, जिसके हकदार उनका कुत्ता और दूसरी पत्नी है.

Last Updated : Dec 30, 2020, 6:18 PM IST
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