छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस की दहशत और लॉकडाउन की बढ़ती मियाद का असर अमरनाथ यात्रा पर भी पड़ने पड़ने लगा है. 23 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा पर जम्मू एंड कश्मीर सरकार ने रोक लगा दी है, जिसके चलते पांढुर्णा के 48 श्रद्धालुओं में मायूसी छाई है, जो अमरनाथ यात्रा के लिए 24 जून को पांढुर्णा रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाले थे, जो यात्रा के रद्द होने से मायूस हैं. हालांकि, इन सभी यात्रियों ने ट्रेन का रिजर्वेशन भी कराया था, जो अब कैंसिल हो चुका है.
1 अप्रैल से शुरू होने वाला था यात्रा का रजिस्ट्रेशन
अमरनाथ यात्रा के लिए एक अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू होना था, जिसके चलते महाराष्ट्र के नागपुर के जम्मू कश्मीर बैंक में पांढुर्णा के 48 श्रद्धालुओं का यात्रा परमिट फार्म का रजिस्ट्रेशन करना था, लेकिन लॉकडाउन के चलते रजिस्ट्रेशन रोक दिया गया था, पांढुर्णा से हर साल सैकड़ों श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना होते हैं.
लगातार 16 बार अमरनाथ यात्रा कर चुके नीलेश कराले
पांढुर्णा में एक ऐसा शख्स है, जो लगातार 16 बार अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं. इनका नाम नीलेश पिता दशरथ कराले है, जो हर साल अमरनाथ यात्रा पर जाते हैं. इस साल भी वो अमरनाथ यात्रा कर 17वीं यात्रा का सपना पूरा करने वाले थे, लेकिन इस यात्रा पर रोक लगने से उन्हें मायूस होना पड़ा.
दो रूट से शुरू होती है अमरनाथ यात्रा
यात्रि महेश मदनकर के मुताबिक अमरनाथ यात्रा दो रूटों से शुरू होती है, पहली यात्रा पहलगाम से शुरू होकर चंदनवादी से होकर 3 दिन तक पैदल यात्रा चलती है, जिसका पहला स्टॉप शेष नाग होता है. दूसरा पंचतरणी तीसरी सीधा गुफा तक पहुंचता है. इसी प्रकार दूसरा रूट बालटाल से शुरू होता है, जो एक दिन की यात्रा तय कर गुफा तक पहुंच जाते हैं.