छिंदवाड़ा। मौसम परिवर्तन होने के साथ ही बुखार और सर्दी जुकाम के मरीजों में वृद्धि हुई है, वहीं मलेरिया और डेंगू का संक्रमण भी अपने पैर पसार चुका है. छिंदवाड़ा में डेंगू के 7 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. जिनका इलाज जिला अस्पताल में जारी है.
सात मरीजों में डेंगू की पुष्टि
मौसम परिवर्तन के साथ ही सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है, वहीं सीएमएचओ ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले में अभी तक 7 पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है, जिन का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.
मौसम परिवर्तन भी संक्रमण फैलने का कारण
सीएचएमओ का कहना है कि मौसम परिवर्तन के साथ जलभराव होने के कारण मच्छर पनपने लगे हैं, जिसकी वजह से संक्रमण अधिक बढ़ रहा है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वो साफ-सफाई रखें और घरों के आसपास पानी इकट्ठा न होने दे. साफ पानी में डेंगू और मलेरिया के लारवा पनपने का खतरा रहता है.
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डेंगू के यह है लक्षण
डेंगू बुखार का लक्षण एक आम बुखार की तरह होता है वही बच्चों और युवाओं में इसकी पहचान आसानी से नहीं हो पाती. डेंगू बुखार में टेंपरेचर लगभग 104 डिग्री का बुखार पहुंच जाता है उसके साथ ही सिर दर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द ,जी मचलाना, उल्टी होना ,आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते होना डेंगू के आम लक्षण है.
डेंगू को फैलने से ऐसे रोका जा सकता है
घरों के आसपास पानी को इकट्ठा ना रहने दें. बारिश के बाद पानी इकट्ठा होने वाली जगहों से पानी निकाल दें. सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें या ओढ कर सोएं, ताकि मच्छर काटने का खतरा कम रहे. बुखार आने पर और डेंगू जैसे लक्षण दिखन पर डॉक्टर से संपर्क करें. डेंगू का मच्छर दिन में काटता है, इसलिए दिन में ऐसे कपड़े पहनें, जिनमें मच्छर काटने का खतरा कम हो.