छिंदवाड़ा । जनता की कमाई से दिए हुए टैक्स को सरकारी महकमा किस तरह बर्बाद करता है इसका एक नजरिया छिंदवाड़ा में देखने को मिल रहा है. दरअसल नगर निगम में सिटी बस चलाने के लिए करोड़ों रूपये की लागत से जगह-जगह बस स्टॉप तो बना दिए गए लेकिन अभी तक सिटी बस लोगों के लिए सपना बनी हुई हैं.
3 साल से बस स्टैंड हो रहे खराब
छिंदवाड़ा शहर के भीतर 3 साल पहले 64 लाख की लागत से 40 सिटी बस स्टॉप बनाए गए थे और लोगों को सपना दिखाया गया था कि शहर में सिटी बसें दौड़ेंगी. जिससे लोगों को आवागमन में सुविधाएं होंगी, सिटी बस स्टॉप बनकर खराब हो गए लेकिन बसें आज तक नहीं दौड़ पाई.
30 लाख की लागत से बने 5 सिटी बस स्टॉप
2 साल पहले नगर निगम ने सूत्र सेवा के माध्यम से 'अपनी बस छिंदवाड़ा' के नाम से शहर में दौड़ आने के लिए फिर से नागरिकों को सपने दिखाए और 30 लाख की लागत से पांच सिटी बस स्टॉप और बनाएं. सूत्र सेवा की बसें छिंदवाड़ा से तो चली लेकिन शहर के लिए नहीं बल्कि एक जिले से दूसरे जिले के लिए.
अब चोरी हो रहे बस स्टॉप
जनता के टैक्स वसूली के पैसों से बनाए गए बस स्टॉप अब बर्बाद हो गए हैं. हालात ये है कि अब बस स्टॉप में लगा लोहा और पाइप चोरी होने लगा है. यहा तक की कई बस स्टॉप तो जगह से गायब हो चुके हैं. आम नागरिकों का कहना है कि जब नगर निगम को शहर बस में चलाना ही नहीं था. तो फिर बस स्टॉप बनाकर पैसा क्यों खराब किया गया.
वहीं नगर निगम कमिश्नर हिमांशु सिंह ने अपनी नाकामियों को फिलहाल लॉकडाउन का कारण बताकर छिपा लिया है. साथ ही बस स्टॉप में चोरी को लेकर कार्रवाई करने की बात कही है.
बहरहाल, अगर शहर में सिटी बसें चलती तो जो लोग पैदल या साइकिल से सफर करने को मजबूर हैं उनके लिए सुविधा होती, फिलहाल लॉकडाउन लगा है लेकिन उसके बाद देखना होगा की नगर निगम अब अपने वादों को कितना पूरा करता है.