छिंदवाड़ा। मंगलवार को जहां कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे को लेकर सड़कों पर आवाज बुलंद की. वहीं आदिवासी समुदाय के लोगों ने 2021 में होने वाली जनगणना में आदिवासियों के लिए नया कॉलम बनाए जाने के लिए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है.
किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस ने संभाला मैदान
किसानों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस अब सड़कों पर उतर आई है. छिंदवाड़ा में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ता ने रैली निकालकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाया कि वह वह किसान हितैषी होने की बात भले करती हो लेकिन वास्तव में वो किसान विरोधी है. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कहा कि न तो उन्होंने किसानों का मक्के का पंजीयन किया और न ही प्राकृतिक आपदा में बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा दिया है.
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जिला पंचायत से रैली निकालकर प्रदर्शनी पार्क के पास एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि शिवराज सरकार किसान हितैषी होने का ढोंग करती है. उनके राज में किसान परेशान है और कम दामों में मक्का बेचने को मजबूर हैं. कांग्रेस ने कहा कि सरकार अगर जल्द किसानों की मांग पूरी नहीं करती तो प्रदेश में उग्र आंदोलन होगा.
जनगणना में जुड़े धर्म का 7वां कॉलम
छिंदवाड़ा में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा, इसमें मुख्य रूप से राष्ट्रपति से गुहार लगाई कि आदिवासी को अलग धर्म के अंतर्गत कोड दिया जाए. अभी तक जनगणना में 6 धर्म का उल्लेख है. आदिवासी विकास परिषद चाहता है कि 2021 में होने वाली जनगणना के लिए 7वां कॉलम जोड़ा जाए, जिसमें आदिवासी धर्म का उल्लेख हो. आदिवासी विकास परिषद का मानना है कि जनगणना में आदिवासियों के लिए अलग से कॉलम जुड़ जाने से आदिवासियों को विकास और योजनाओं का लाभ सीधा मिल पाएगा.