छिंदवाड़ा। चौरई एसडीएम सीपी पटेल पर कालिख पोतने के मामले में सुर्खियों में आए कांग्रेस नेता बंटी पटेल को एक महीने बाद जिला जेल से रिहा कर दिया गया है, बंटी के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में समर्थक जेल के बाहर मौजूद रहे. इस दौरान कार्यकर्ताओं के साथ बंटी पटेल कांग्रेस कार्यालय पहुंचे.
कांग्रेस नेता बंटी पटेल ने कहा कि, 'मैंने किसानों के हक में आवाज उठाई, इसके लिए मुझ पर दुर्भावनावश कार्रवाई की गई.' बता दें कि, भोपाल की विशेष अदालत ने हत्या के प्रयास के मामले में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया है.
इन नेताओं पर हुआ था मामला दर्ज
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह में छिंदवाड़ा में 18 सितंबर 2020 यानी शनिवार को किसानों की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं चौरई में एसडीएम कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे. इस दौरान एक कांग्रेस नेता ने एसडीएम सीपी पटेल के मुंह पर कालिख पोत दी थी. इस मामले में कांग्रेस नेता बंटी पटेल और पूर्व विधायक गंभीर सिंह चौधरी के साथ 20 से अधिक लोगों पर चौरई थाने में एसडीएम को जान से मारने की कोशिश करने का मामला दर्ज हुआ था. वहीं कलेक्टर ने कांग्रेस नेता बंटी पटेल पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत लगाने की सिफारिश गृह मंत्रालय को भेज दी थी.
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प्रदेशभर में हुआ था घटना का विरोध
कांग्रेस नेताओं के प्रदर्शन के दौरान 18 सितंबर 2020 शनिवार को एसडीएम के मुंह पर कालिख पोतने के मामले में प्रदेश के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, कोटवार ने अनिश्चितकाल के लिए काम बंद कर दिया था. राजस्व अधिकारियों का कहना था कि, छिंदवाड़ा जैसी घटनाएं कई बार अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ हो चुकी है, जो फिर से ना दोहराई जाए. इसको लेकर लंबे समय से सुरक्षा की मांग की जा रही थी. इस मामले के बाद कांग्रेस नेता बंटी पटेल के खिलाफ जिला प्रशासन ने रासुका सहित 11 मामले दर्ज किए थे. साथ ही कुल 22 कांग्रेस नेताओं पर भी प्रकरण दर्ज किया गया था. इसके अलावा कांग्रेस नेता का क्रेशर सील कर दिया गया था.