छिंदवाड़ा। जिले के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. कमलनाथ पर सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए गिरिराज ने जांच के बाद उनको जेल भेजने की बात भी कही थी. अब इस बयान पर छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे ने पलटवार किया है. उन्होंने गिरिराज सिंह को खुली चुनौती देते हुए कहा, 'केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है. गिरिराज खुद केंद्रीय मंत्री हैं. यदि उनमें और उनकी पार्टी में दम है तो वे कमलनाथ पर लगाए गए आरोपों की जांच कराएं. अन्यथा वे अपने इस बेहूदा और बेतुके बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें.'
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छिंदवाड़ा का विकास किसने किया: विश्वनाथ ओक्टे ने कहा, 'शायद गिरिराज यह भूल गए हैं कि जिन सड़कों से वे छिंदवाड़ा आ-जा रहे हैं, वे कमलनाथ की देन हैं. जिले की तीन पीढ़ियां इस बात की गवाह हैं कि छिंदवाड़ा का विकास किसने और कैसे किया. एक केंद्रीय मंत्री के रूप में कमलनाथ ने इस जिले को अरबों रुपयों की सौगात दी. दूसरी ओर खाली हाथ हिलाते हुए छिंदवाड़ा आने वाले गिरिराज ने अपने विभाग तक को कुछ नहीं दिया. इसे कहते हैं न काम के न काज के, केवल किस्से हैं गिरिराज के.'
महिला कलेक्टर के अपमान का आरोप: कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'मंचों से बेटियों और महिलाओं के चरण वंदन का ढोंग करने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने अपनी शिक्षा और अपने दम पर कलेक्टर बनी एक बेटी का भी सार्वजनिक तौर पर अपमान किया. प्रशासनिक कार्य में उलझे रहने और समय से पूर्व बैठक में गिरिराज के पहुंचने पर वे उनका स्वागत नहीं कर पाईं. गिरिराज ने इसे अपनी तौहीन माना और रूठ कर वापस जाने लगे. इन्हें यह ज्ञान नहीं रहा कि वे जिस प्रदेश में हैं, वहां के मुख्यमंत्री लाडली बेटी और लाडली बहना को रिझाने में जुटे हैं. नारी सशक्तिकरण की झूठी बातें करने वाले केंद्रीय मंत्री ने आखिर अपने अक्खड़ पुरुष होने का गुण दिखा ही दिया.'
जिले की फिजा बिगाड़ी: विश्वनाथ ओक्टे बोले, 'केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने छिंदवाड़ा के लाल गांव में हुए सांप्रदायिक तनाव पर कहा था कि अगर ऐसी घटना दोहराई गई तो ईंट का जवाब पत्थर से देंगे. संपूर्ण भारत में छिंदवाड़ा अपनी कौमी एकता व सांप्रदायिक सद्भाव के लिए मिसाल है. यदि भाई-भाई में कोई मनमुटाव भी है तो घर के बुजुर्गों ने समझाइश देकर परिवार को एक रखा है. कोई बाहरी व्यक्ति छिंदवाड़ा आकर हमारे घर में कलह मचाने की कोशिश करेगा तो इसे छिंदवाड़ा बर्दाश्त नहीं करेगा.'