छिन्दवाड़ा/भोपाल। छत्रपति शिवाजी की मूर्ति का अनावरण करने छिंदवाड़ा जिले के सौंसर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व की कमलनाथ सरकार को आड़े हाथों लिया. सीएम शिवराज ने कहा कि हम गुंडों के ठिकानों पर बुलडोजर चलाते हैं, लेकिन कमलनाथ दादा ने तो शिवाजी की प्रतिमा पर ही बुल्डोजर चला दिया था. बता दें फरवरी 2020 में बुलडोजर से शिवाजी की प्रतिमा गिराई थी. जहां रविवार को आकर शिवराज सिंह चौहान ने भूमि पूजन किया.
कमलनाथ पर बरसे शिवराज: दरअसल फरवरी 2020 में सौसर में कुछ लोगों ने शिवाजी की प्रतिमा स्थापित की थी. इसी को लेकर विवाद हुआ और तत्कालीन कमलनाथ की सरकार के दौरान प्रतिमा को गिरा दिया गया था. वहीं आज सीएम शिवराज सिंह चौहान सौसर पहुंचे. उन्होंने भूमि पूजन करते हुए अश्वारोही प्रतिमा अनावरण किया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवाजी की प्रतिमा अनावरण करने के बाद कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस उस मानसिकता के लोग हैं, जो शिवाजी जैसी महान व्यक्तित्व की प्रतिमा पर बुलडोजर चला देते हैं. हम भी बुलडोजर चलाते हैं, लेकिन हम गुंडों और बदमाशों के घरों और ठिकानों को नेस्तनाबूद करते हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि कमलनाथ और कांग्रेस की सोच क्या है.
Ujjain News सीएम शिवराज ने किया स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज की प्रतिमा का अनावरण
कमलनाथ पर लगाए योजनाएं बंद करने का आरोप: मंच से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्कालीन कमलनाथ सरकार पर मध्य प्रदेश की जनहितकारी योजनाओं को बंद करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने तो बुजुर्गों की तीर्थ योजना तक बंद कर दी थी लेकिन अब फिर से बुजुर्गों को वे हवाई जहाज से तीर्थ दर्शन कराएंगे. लाडली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है. इसको मंच से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साल भर में मिलने वाले पैसे का कैलकुलेशन भी बताया. साथ ही सभी योजनाओं को मिलाकर कितना पैसा एक मध्यम और गरीब परिवार को मिलेगा इसके बारे में भी जानकारी दी.
नरोत्तम का कमलनाथ पर निशाना: वहीं मध्य प्रदेश में आज छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के मौके पर फिर एक बार मध्य प्रदेश में राजनीतिक बयानबाजियों का दौर तेज हो गया है. सीएम द्वारा शिवाजी की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शिवाजी महाराज के दो ही विरोधी थे. एक तो मुगल दूसरा कमलनाथ.