छिंदवाड़ा। 40 सालों से छिंदवाड़ा के सांसद रहे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को अपने बेटे नकुलनाथ को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है. छिंदवाड़ा के बटकाखापा में एक सभा के दौरान कमलनाथ ने कहा 'मैंने अपने जीवन के 40 साल छिंदवाडा को दिए हैं और मैं अब यह जिम्मेदारी नकुल को सौंपता हूं, अब नकुल आपका काम देखेंगे. उन्होंने कहा कि आप अब इनसे काम लीजिए मैं इनके पीछे खडा रहूंगा'.
साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक नई शुरुआत है, हमें विकास का नया इतिहास बनाना है. उन्होंने कहा कि पहले मुझ पर 2 हजार गांवों की जिम्मेदारी थी, अब प्रदेश के साढ़े सात करोड़ लोगों की जिम्मेदारी है. लेकिन, प्रदेश की जिम्मेदारी उठाते हुए भी मेरा ध्यान छिंदवाड़ा पर ही रहेगा. उन्होंने कहा कि आपके प्यार और विश्वास से मैं यहां तक पहुंचा हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि आगे भी आपका प्यार, स्नेह और आशीर्वाद इसी तरह बना रहेगा.
'छिंदवाड़ा के कारण किसानों का कर्जा माफ हुआ'
उन्होंने कहा कि मैंने अपने छिंदवाड़ा के किसानों को, उनकी परिस्थितियों को बहुत करीबी से देखा है. साथ ही मैने मन ही मन में यह ठाना था, कि जब भी मौका मिलेगा मैं किसानों का कर्ज माफ करूंगा और जब अवसर आया तो छिंदवाड़ा जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश के 50 लाख किसानों का कर्ज माफ कर दिया. अब छिंदवाड़ा के किसान कह सकते हैं कि हमारे कारण प्रदेश भर के किसानों का कर्ज माफ हुआ है.
'बीजेपी ने प्रदेश के साथ 15 साल तक छल किया'
इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की पूर्व सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने लगातार 15 सालों तक प्रदेश को छला है. उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिये पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने योजनाएं बनाई और मामा अपनी फोटो छपवाते रहे. आदिवासियों के हितों और उनकी जमीन की रक्षा के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने योजनाएं बनाई और भाजपाई उसे भुनाते रहे. लेकिन, अब आपको भी आवाज बुलंद करनी होगी ताकि अब कोई भी किसानों के साथ अन्याय न कर सके.
'नारों और घोषणाओं की राजनीति से बचें'
साथ ही उन्होंने कहा कि अब फिर से लोकसभा चुनाव में भाजपा नारों और घोषणाओं की राजनीति करेगी. जनता को गुमराह किया जाएगा और आपको भी पूछना पड़ेगा कि 15 लाख क्यूं नहीं दिए. 2 करोड़ युवाओं को रोजगार क्यों नहीं मिला. 15 सालों मे प्रदेश में विकास के नाम पर क्या हुआ, किसके अच्छे दिन आए. उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि जिले की जनता सीधी है लेकिन, नासमझ नहीं है.