छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा की अपनी एक पहचान है, जहां छिंदवाड़ा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज खोला गया है और सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल की मिसाल पूरे प्रदेश में दी जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत देखी जाए तो यहां के जिला अस्पताल इस कदर बदहाल है कि नसबंदी शिविर में महिलाओं को ऑपरेशन के बाद बेड तक मयस्सर नहीं होता, जबकि स्ट्रेचर के अभाव में महिलाओं को सहारा देकर ले जाना पड़ता है.
छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में नसबंदी शिविर में ऑपरेशन के बाद की तस्वीरें सिस्टम की पोल खोल रही हैं. यहां महिलाओं को नसबंदी के बाद जमीन पर गद्दे डालकर सुला दिया गया. इस दौरान नर्सें भी नदारद थीं. जिन महिलाओं की नसबंदी हुई थी, उन्हें पुरुष वार्ड बॉय हाथों में उठाकर बिस्तर पर डालते नजर आए.
छिंदवाड़ा को मेडिकल हब और शिक्षा हब बनाने की बातें हो रही हैं और इस दिशा में काम भी चल रहा है, मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ छिंदवाड़ा जिले को मेडिकल हब और शिक्षा हब बनाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम कुछ और ही गवाही दे रहा है.