छिंदवाड़ा। देश-दुनिया में क्रिसमस की धूम है. चर्च में प्रभु यीशु के जन्म की खुशियां मनाई जा रही है. इस खास मौके पर छिंदवाड़ा के एक चर्च की चर्चा लाजमी है, जो 159 साल पुरानी है. ब्रिटिश हुकूमत के दौरान अंग्रेस बग्गी पर बैठकर यहां प्रार्थना करने आया करते थे (Christmas celebration in Chhindwara church).
सेना की टुकड़ी के साथ बागियों में आते थे अंग्रेज
1862 में बना सेंट मार्क चर्च
छिंदवाड़ा जिले का लगभग सबसे पुराना सेंट मार्क चर्च सन् 1862 में बना था, जिसकी लागत उस वक्त 12999 हजार रुपए थी. वही इस चर्च में 50 लोग बैठ सकते हैं. कहा जाता है कि चर्च में आज भी वो सारे सामान जस के तस है, जो अंग्रेजों के जमाने में हुआ करते थे.
आज भी मौजूद है अंग्रेजों के जमाने के सामान सेना की टुकड़ी के साथ बागियों में आते थे अंग्रेज करीब 159 साल पुराने सेंट मार्क चर्च के बारे में 88 साल की स्थानीय निवासी न्यूरियल जोसेफ बताती हैं कि जब वह 14 साल की थी उस समय इस चर्च में बग्गी में बैठकर सेना की टुकड़ी के साथ अंग्रेज चर्च में प्रार्थना करने आते थे. उस वक्त उनका पास्टर के द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है. अंग्रेजों के जाने के बाद चर्च की हो गई थी दुर्दशा भारत के आजाद होने के बाद जब अंग्रेज यहां से चले गए, तब चर्च की काफी दुर्दशा हो गई थी. वहां पर जुआ-सट्टा वाले, शराब पीने वाले और अन्य आपराधिक प्रवृति वाले लोगों का जमावड़ा होने लगा था, उसके बाद धीरे-धीरे हालात में सुधार होते गया और आज यहां चर्च उसी रूप में चल रहा है.अंग्रेजों के जमाने का घंटा, क्रूस
न्यूरियल जोसेफ ने बताया कि अंग्रेज जब चर्च को छोड़ कर गए थे, उस समय जो-जो चीजें वहां पर मौजूद थी, वो आज भी है. वहां लकड़ियों की चेयर, क्रूस, घंटा समेत कई चीजें आज भी जैसी की तैसी हैं. इतने सालों में भी उन्हें चर्च में संजो कर रखा गया है. 159 साल पुराना है छिंदवाड़ा का सेंट मार्क चर्च छिंदवाड़ा के चर्च में क्रिसमस सेलिब्रेशन 1. सेंट मार्क चर्च 1862 में बना था जिसमें लगभग 50 लोग बैठ सकते हैं.
2. सेंट जॉन्स चर्च 1975 से बना शुरू हुआ, 1977 में पूर्ण हुआ. चर्च में लगभग 1000 लोगों से ज्यादा बैठ सकते हैं.
3. सेंट फ्रांसिस जेवियर चर्च, 1944 में गोवा के सेंट फ्रांसिस जेवियर स्मृति में बनाया गया,नई बिल्डिंग का निर्माण 1994-95 में हुआ.