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छिंदवाड़ा: पिछले छह महीने में 167 बच्चों ने तोड़ा दम, अस्पताल प्रबंधन भर रहा बेहतर सुविधा का दम्भ

शहडोल जिला अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला पिछले कुछ दिनों से गर्माया हुआ है. वहीं अगर छिंदवाड़ा जिला अस्पताल की बात करें तो यहां पिछले 6 महीने में 167 बच्चों की मौत हो चुकी है.जबकि यहां के डॉक्टर इन बच्चों की मौत की वजह बच्चों का कमजोर होना,समय से पहले जन्म होना बता रहे हैं.

Chhindwara District Hospital
छिंदवाड़ा जिला अस्पताल
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Published : Dec 4, 2020, 5:26 PM IST

छिंदवाड़ा। शहडोल जिले में लगातार हो रही नवजात बच्चों की मौत के बाद मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवा सवालों के घेरे में आ गई है. बच्चों की मौत के मामले में छिंदवाड़ा जिला अस्पताल के हालात भी ठीक नहीं है. पिछले 6 महीने के आंकड़ों की बात करें तो अक्टूबर 2020 तक जिला अस्पताल में 167 नवजातों ने ईलाज के दौरान दम तोड़ा है.

छह महीनों में बच्चों की मौत का आंकड़ा

अप्रैल से अक्टूबर तक 167 नवजातों ने तोड़ा दम.

जिला अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2020 से अक्टूबर 2020 तक 988 शिशु SNCU एवं 278 बच्चे पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती हुए थे.जिनमें से 144 बच्चों में SNCU में और पीडियाट्रिक में भर्ती बच्चों में 11 बच्चों की मौत हुई है. इस तरह कुल मिलाकर 167 बच्चों की मौत हुई है.

जिला स्तरीय स्वास्थ्य समीक्षा में आंकड़े आए सामने.

पिछले महीने कलेक्टर कार्यालय में हुई स्वास्थ्य समीक्षा बैठक में खुद ही स्वास्थ्य विभाग ने ये आंकड़े जारी किए थे. डॉक्टर का कहना है कि बच्चों का कमजोर होना,समय से पहले जन्म या फिर गंभीर बीमारी से ग्रसित होने की वजह से मौत होती है.

पढ़ें:Child Killer Hospital: 48 घंटे में फिर चार बच्चों की मौत, एक प्री मेच्योर भी शामिल

SNCU के 6 महीने के आंकड़े

विकासखंड भर्ती मौत

  • छिन्दवाड़ा 211 16
  • अमरवाड़ा 92 16
  • बिछुआ 64 07
  • चौरई 154 14
  • हर्रई 37 07
  • जुन्नारदेव 80 14
  • मोहखेड़ 97 17
  • पांढुर्णा 62 11
  • परासिया 162 23
  • सौंसर 58 10
  • तामिया 63 09

पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती और मौत के आंकड़े.

माह भर्ती मौत

  • अप्रैल 40 01
  • मई 54 01
  • जून 52 02
  • जुलाई 50 02
  • अगस्त 45 02
  • सितंबर 37 03
  • अक्टूबर 32 02

छिंदवाड़ा। शहडोल जिले में लगातार हो रही नवजात बच्चों की मौत के बाद मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवा सवालों के घेरे में आ गई है. बच्चों की मौत के मामले में छिंदवाड़ा जिला अस्पताल के हालात भी ठीक नहीं है. पिछले 6 महीने के आंकड़ों की बात करें तो अक्टूबर 2020 तक जिला अस्पताल में 167 नवजातों ने ईलाज के दौरान दम तोड़ा है.

छह महीनों में बच्चों की मौत का आंकड़ा

अप्रैल से अक्टूबर तक 167 नवजातों ने तोड़ा दम.

जिला अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2020 से अक्टूबर 2020 तक 988 शिशु SNCU एवं 278 बच्चे पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती हुए थे.जिनमें से 144 बच्चों में SNCU में और पीडियाट्रिक में भर्ती बच्चों में 11 बच्चों की मौत हुई है. इस तरह कुल मिलाकर 167 बच्चों की मौत हुई है.

जिला स्तरीय स्वास्थ्य समीक्षा में आंकड़े आए सामने.

पिछले महीने कलेक्टर कार्यालय में हुई स्वास्थ्य समीक्षा बैठक में खुद ही स्वास्थ्य विभाग ने ये आंकड़े जारी किए थे. डॉक्टर का कहना है कि बच्चों का कमजोर होना,समय से पहले जन्म या फिर गंभीर बीमारी से ग्रसित होने की वजह से मौत होती है.

पढ़ें:Child Killer Hospital: 48 घंटे में फिर चार बच्चों की मौत, एक प्री मेच्योर भी शामिल

SNCU के 6 महीने के आंकड़े

विकासखंड भर्ती मौत

  • छिन्दवाड़ा 211 16
  • अमरवाड़ा 92 16
  • बिछुआ 64 07
  • चौरई 154 14
  • हर्रई 37 07
  • जुन्नारदेव 80 14
  • मोहखेड़ 97 17
  • पांढुर्णा 62 11
  • परासिया 162 23
  • सौंसर 58 10
  • तामिया 63 09

पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती और मौत के आंकड़े.

माह भर्ती मौत

  • अप्रैल 40 01
  • मई 54 01
  • जून 52 02
  • जुलाई 50 02
  • अगस्त 45 02
  • सितंबर 37 03
  • अक्टूबर 32 02
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