छिंदवाड़ा । मध्यप्रदेश का किसान इन दिनों यूरिया खाद को लेकर बेहद परेशान है. घंटों लाइनों में लगने के बाद भी उसे यूरिया नसीब नहीं हो रहा, लेकिन प्रदेश के मुखिया कमलनाथ को लगता है इस बात से ज्यादा सरोकार नहीं है. उनका तो सपना है कि किसान जींस और टीशर्ट पहनकर खेती करे. प्रदेश का मुख्यमंत्री अगर अपने किसानों की मूल समस्या को छोड़कर जींस और टीशर्ट पहनाकर खेती करने की बात करता हो तो इसे क्या कहेंगे. बयान थोड़ा अजीब है.
आपको बता दें कि कमलनाथ ये बात छिंदवाड़ा में कॉर्न फेस्टिवल कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर कही साथ ही ये भी कहा कि छिंदवाड़ा पूरे मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में मक्का उत्पादन में नंबर वन पर है. किसानों का विकास हो इसलिए उन्होंने एग्रीकल्चर और हॉर्टिकल्चर कॉलेज छिंदवाड़ा में खोला है. साथ ही कहा कि उनका ये सपना है कि वो नौजवानों को भविष्य में टी शर्ट और जींस पैंट पहनकर खेती करना देखना चाहते हैं.
जिस प्रदेश में किसान एक-एक मुठ्ठी यूरिया के लिए परेशान हो वहां के किसानों को जीन्स पैंट तो दूर 2 वक्त की रोटी मिलना भी आसान नहीं है. प्रदेश भर में किसान यूरिया की किल्लत से जूझ रहा है. वहीं कॉर्न फेस्टिवल कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ का भाषण किसी परियों की कहानी से कम नहीं.
मुख्यमंत्री का ये सपना प्रदेश की वास्तविक स्थिति से कोसों दूर है. प्रदेश में किसान जहां एक तरफ कर्ज से परेशान है वहीं अब यूरिया की किल्लत ने किसानों की स्थिति और गंभीर कर दी है. ऐसे में देखना यह होगा कि जिस किसान की थाली में खाने के लिए दो निवाले नहीं है, प्रदेश सरकार उस किसान को जींस और टी-शर्ट कैसे पहनाएगी.