ETV Bharat / state

NEET में 6 अंक मिलने पर छात्रा ने की खुदकुशी, OMR सीट में निकले 590 मार्क्स

छिंदवाड़ा में तकनीकी कारणों से नीट की परीक्षा मिले कम छात्रा की मौत की वजह बन गए. पोर्टल पर रिजल्ट देखा तो उसे महज 6 अंक मिले थे. लेकिन बाद में ओएमआर सीट चेक कराई गई तो छात्रा के 590 अंक निकले.

Concept image
कॉन्सेप्ट इमेज
author img

By

Published : Oct 23, 2020, 2:12 AM IST

छिंदवाड़ा। तकनीकी गड़बड़ी किस तरह किसी होनहार की जान ले सकती है, छिंदवाड़ा में इसका एक दर्दनाक उदाहरण सामने आया है. छिंदवाड़ा के परासिया की मैगजीन लाइन निवासी छात्रा विधि सूर्यवंशी ने पोर्टल पर नीट का परीक्षा का रिजल्ट देखा तो वहां उसे प्राप्त अंकों के स्थान पर महज 6 अंक दिखे. इससे हताश होकर उसने आत्महत्या कर ली. कुछ दिन बाद परिजनों ने जब ओएमआर शीट पर नंबर देखे तो पता चला कि विधि को कुल 590 अंक मिले हैं.

थाना प्रभारी सुमेर सिंह जगेत

कम अंक मिलने पर तनाव में थी विधि

पिता गजेंद्र सूर्यवंशी के मुताबिक विधि ने सोमवार को पोर्टल पर रिजल्ट चैक किया था. यह देखकर तनाव में आ गई कि उसे महज 6 अंक मिले हैं. इसके दो दिन बाद बुधवार को उसने घर में ही साड़ी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली. बुधवार शाम को जब बेटे ने पोर्टल पर ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकग्नाइजेशन) शीट से अंकों का मिलान किया तो उसमें 590 अंक निकले.

Vidhi suryavanshi
विधि सूर्यवंशी

स्टडी रूम में लगाई फांसी

पिता गजेंद्र सूर्यवंशी ने बताया कि विधि बुधवार को मॉर्निंग वॉक के लिए गई थी. लौटने के बाद वह अपने स्टडी रूम में चली गई. स्टडी रूम घर के पिछले हिस्से में है. कुछ देर बाद घर वाले उसके कमरे में पहुंचे तो देखा कि उसने साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से लटक कर जान दे दी है.पिता का कहना है कि विधि पढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. कोटा में नीट की कोचिंग भी कराई थी, मगर वह इस तरह चली जाएगी, सोचा न था.

Neet result
नीट रिजल्ट

468 अंक है जनरल का कट ऑफ

गौरतलब है कि नीट परीक्षा के लिए कुल अंक 720 होते हैं, इस साल सामान्य वर्ग के लिए 468 अंक तक कट ऑफ गई थी, इस लिहाज से छात्रा के डॉक्टर बनने का सपना पूरा हो जाता. लेकिन तकनीकी खामी छात्रा की मौत की वजह बन गई.

OMR Seat
ओएमआर सीट

पुलिस कर रही जांच

परासिया थाना प्रभारी सुमेर सिंह जगेत ने बताया कि फिलहाल परिजनों के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया है. लड़की ने आत्महत्या किन कारणों से की है इसका खुलासा जांच के बाद हो ही पाएगा. हालांकि परिजनों के बताए अनुसार परीक्षा में कम नंबर आने से वह तनाव में थी, जिसके कारण उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया.

छिंदवाड़ा। तकनीकी गड़बड़ी किस तरह किसी होनहार की जान ले सकती है, छिंदवाड़ा में इसका एक दर्दनाक उदाहरण सामने आया है. छिंदवाड़ा के परासिया की मैगजीन लाइन निवासी छात्रा विधि सूर्यवंशी ने पोर्टल पर नीट का परीक्षा का रिजल्ट देखा तो वहां उसे प्राप्त अंकों के स्थान पर महज 6 अंक दिखे. इससे हताश होकर उसने आत्महत्या कर ली. कुछ दिन बाद परिजनों ने जब ओएमआर शीट पर नंबर देखे तो पता चला कि विधि को कुल 590 अंक मिले हैं.

थाना प्रभारी सुमेर सिंह जगेत

कम अंक मिलने पर तनाव में थी विधि

पिता गजेंद्र सूर्यवंशी के मुताबिक विधि ने सोमवार को पोर्टल पर रिजल्ट चैक किया था. यह देखकर तनाव में आ गई कि उसे महज 6 अंक मिले हैं. इसके दो दिन बाद बुधवार को उसने घर में ही साड़ी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली. बुधवार शाम को जब बेटे ने पोर्टल पर ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकग्नाइजेशन) शीट से अंकों का मिलान किया तो उसमें 590 अंक निकले.

Vidhi suryavanshi
विधि सूर्यवंशी

स्टडी रूम में लगाई फांसी

पिता गजेंद्र सूर्यवंशी ने बताया कि विधि बुधवार को मॉर्निंग वॉक के लिए गई थी. लौटने के बाद वह अपने स्टडी रूम में चली गई. स्टडी रूम घर के पिछले हिस्से में है. कुछ देर बाद घर वाले उसके कमरे में पहुंचे तो देखा कि उसने साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से लटक कर जान दे दी है.पिता का कहना है कि विधि पढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. कोटा में नीट की कोचिंग भी कराई थी, मगर वह इस तरह चली जाएगी, सोचा न था.

Neet result
नीट रिजल्ट

468 अंक है जनरल का कट ऑफ

गौरतलब है कि नीट परीक्षा के लिए कुल अंक 720 होते हैं, इस साल सामान्य वर्ग के लिए 468 अंक तक कट ऑफ गई थी, इस लिहाज से छात्रा के डॉक्टर बनने का सपना पूरा हो जाता. लेकिन तकनीकी खामी छात्रा की मौत की वजह बन गई.

OMR Seat
ओएमआर सीट

पुलिस कर रही जांच

परासिया थाना प्रभारी सुमेर सिंह जगेत ने बताया कि फिलहाल परिजनों के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया है. लड़की ने आत्महत्या किन कारणों से की है इसका खुलासा जांच के बाद हो ही पाएगा. हालांकि परिजनों के बताए अनुसार परीक्षा में कम नंबर आने से वह तनाव में थी, जिसके कारण उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.